अपने दादा के लिए अपनी लोकसभा सीट छोड़ना चाहते हैं पूर्व PM देवगौड़ा के पोते प्रज्वल
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अपने दादा के लिए अपनी लोकसभा सीट छोड़ना चाहते हैं पूर्व PM देवगौड़ा के पोते प्रज्वल

एच डी देवेगौड़ा को बीजेपी उम्मीदवार जी एस बासवराज के हाथों हार का सामना करना पड़ा. 

अपने दादा के लिए अपनी लोकसभा सीट छोड़ना चाहते हैं पूर्व PM देवगौड़ा के पोते प्रज्वल

बेंगलुरु: कर्नाटक में लोकसभा चुनाव में जेडीएस के इकलौते विजेता रहे प्रज्वल रेवन्ना ने शुक्रवार को घोषणा की है कि वह अपने दादा एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के लिए अपनी सीट छोड़ना चाहते हैं. देवेगौड़ा को बीजेपी उम्मीदवार जी एस बासवराज के हाथों हार का सामना करना पड़ा. 

पीडब्ल्यूडी मंत्री एच डी रेवन्ना के बेटे और मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के भतीजे प्रज्वल तुमकुर लोकसभा सीट से अपने 87 वर्षीय दादा की हार से काफी दुखी हैं. 

प्रज्वल ने कहा, ‘मैंने फैसला लिया है जो मैंने देवेगौड़ा, हासन के लोगों और वरिष्ठ नेताओं तथा हमारे पार्टी कार्यकर्ता के सामने रखा. मैं ‘विजयोत्सव’ मनाने के वास्ते उनके (देवेगौड़ा) लिए मार्ग प्रशस्त करते यह सीट खाली करना चाहता हूं.’

देवेगौड़ा से मिलने के लिए मांगा समय
अपने दादा की हार से निराश प्रज्वल ने हासन में पत्रकारों से कहा कि उन्होंने देवेगौड़ा से मिलने का समय मांगा है और वह उन्हें तथा पार्टी के अन्य नेताओं को उनके इस्तीफे के लिए मनाएंगे.  अभी जेडीएस नेतृत्व की ओर से इसके बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.

चुनावी परिणाम में उनके चचेरे भाई और कुमारस्वामी के बेटे निखिल को निर्दलीय उम्मीदवार सुमालता के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा. निर्दलीय उम्मीदवार को बीजेपी का समर्थन हासिल था.

बीजेपी ने कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों में 25 पर जीत दर्ज की. सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और जेडीएस को एक-एक सीट मिली.

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