राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए बीजेपी और बीजेडी में नहीं हुआ कोई गठबंधन : जावड़ेकर
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राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए बीजेपी और बीजेडी में नहीं हुआ कोई गठबंधन : जावड़ेकर

सत्तारूढ़ एनडीए उम्मीदवार और जेडीयू सदस्य हरिवंश नारायण सिंह को नौ अगस्त को राज्य सभा का उपसभापति चुना गया.

फाइल फोटो

भुवनेश्वर: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को यह स्पष्ट किया कि बीजेडी ने भले ही राज्यसभा में इस सप्ताह की शुरुआत में उपसभापति पद के लिए हुई वोटिंग में एनडीए उम्मीदवार का समर्थन किया हो लेकिन उनके और इस क्षेत्रीय पार्टी के बीच कोई गठबंधन नहीं है. जावड़ेकर ने कहा, 'बीजेडी और कई अन्य पार्टियों ने राज्य सभा में उपसभापति के लिए हुए चुनाव में बीजेपी का समर्थन किया, लेकिन उनके साथ कोई गठबंधन नहीं था और वह एनडीए का हिस्सा नहीं हैं.' 

कांग्रेस ने NDA की मदद करने वालों को बताया पाखंडी
सत्तारूढ़ एनडीए उम्मीदवार और जेडीयू सदस्य हरिवंश नारायण सिंह को नौ अगस्त को राज्य सभा का उपसभापति चुना गया. उन्हें विपक्षी उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद के 105 मत के मुकाबले 125 मत मिले. जावड़ेकर तीन दिवसीय दौरे पर ओडिशा आए हुए हैं. वह सोमवार को बरहामपुर में पार्टी की एक बैठक में शामिल होंगे. गौरतलब है कि कांग्रेस ने राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार की जीत आसान बनाने वाले दलों को पाखंडी बताया है. कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी दावा किया कि वैसे तो कई दलों ने नौ अगस्त को चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार के विरुद्ध वोट डाला लेकिन विपक्षी एकता बनी हुई है. 

नहीं टूटी है विपक्षी एकता
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि चुनाव के नतीजे का यह मतलब नहीं है कि विपक्षी एकता टूट गई है. उन्होंने कहा कि ढेर सारे लोग और दल जो नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते रहे और स्वयं को आम लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करने का दावा करते रहे, वे चुनाव से गैर हाजिर रहे या और उन्होंने सरकार के उम्मीदवार के विरोध में वोट नहीं डाला. उन्होंने आरोप लगाया कि वोटिंग करने वालों ने अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया और अपना पाखंड बेनकाब कर दिया. 

बीजेडी ने नहीं लिया था वोटिंग में हिस्सा
आपको बता दें कि ओड़िशा के सत्तारुढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) और दिल्ली पर शासन करने वाली आम आदमी पार्टी ने चुनाव में विपक्षी एकता से दूरी बनाई और एनडीए उम्मीवार की जीत पक्की हो गई. दोनों ही दल अपने अपने राज्यों में बीजेपी के कट्टर विरोधी हैं. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी मतदान से दूर रही. प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि बोफोर्स सौदे में कांग्रेस पर बहुत कीचड़ उछाली गई. लेकिन कांग्रेस जांच से नहीं भागी. कांग्रेस और सुप्रीम कोर्ट के प्रति खुद को जवाबदेह बनाया.

(इनपुट भाषा से)

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