टीपू सुल्तान जयंती पर BJP का हमला, नफरत के सौदागर का उत्सव मना रही है कांग्रेस
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टीपू सुल्तान जयंती पर BJP का हमला, नफरत के सौदागर का उत्सव मना रही है कांग्रेस

प्रकाश जावडेकर ने कहा कि जिसने चर्च और मंदिरों को ढहाने का काम किया, उसके जन्मदिन पर कांग्रेस उत्सव का आयोजन कर रही है.

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर. (फोटो साभार ANI)

बेंगलुरू: टीपू सुल्तान जयंती को लेकर कांग्रेस अपनी पार्टी के भीतर और विपक्षी दलों द्वारा निशाना बनाई जा रही है. इस कार्यक्रम को लेकर मानव संसाधन मंत्री मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि सरकार द्वारा टीपू सुल्तान की जयंती मनाने से मैं हैरान हूं. टीपू सुल्तान के बारे में हम सभी जानते हैं कि वह नफरत का प्रतीक है. मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि जिसने चर्च और मंदिरों को ढहाने का काम किया. हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया. उसके जन्मदिन पर राज्य सरकार उत्सव का आयोजन कर रही है.

दूसरी तरफ कांग्रेस के अपने विधायक तनवीर ने मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर को निशाने पर लिया. बता दें, दोनों नेता टीपू सुल्तान की जयंती कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे, लेकिन आखिरी वक्त में शामिल नहीं हो पाए. इस पर विधायक तनवीर ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि यह मुस्लिमों का अपमान है. 

शनिवार को मैसूर के पूर्व शासक टीपू सुल्तान की 269वीं जयंती मनाई गई है. इस कार्यक्रम को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विरोध को लेकर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी. समारोह की अध्यक्षता जल संसाधन मंत्री और कांग्रेस नेता डी. के. शिवकुमार ने की. 

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कांग्रेस विधायक तनवीर.

अपने विधायक तनवीर द्वारा दिए गए बयान पर कर्नाटक सरकार में सिंचाई मंत्री डीके शिव कुमार ने कहा कि यह मुस्लिमों का अपमान कैसे हो सकता है. प्रदेश के डिप्टी सीएम पहले से निर्धारित कार्यक्रम की वजह से नहीं आ सके, जबकि सीएम कुमारस्वामी बीमार चल रहे हैं. मैं कार्यक्रम में शामिल हुआ. मैं भी तो सरकार का ही हिस्सा हूं.

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कर्नाटक सरकार में सिंचाई मंत्री डीके शिव कुमार.

इस पूरे मामले को लेकर सीएम कुमारस्वामी के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि सरकार टीपू सुल्तान की जयंती नहीं मना रही है, लेकिन प्रशासन में टीपू के प्रगतिशील कदम और उनके नवाचारी कार्य प्रशंसनीय है. एक बयान में कहा गया- "मुख्यमंत्री चिकित्सक की सलाह पर विश्राम कर रहे हैं इसलिए वह कार्यक्रम में हिस्सा लेने से असमर्थ हैं. हालांकि यह बात सच्चाई परे है कि उनको सत्ता गंवाने का खतरा है." अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खान ने संवाददाताओं को बताया, "परमेश्वर का पहले से ही सिंगापुर दौरा तय था."

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