नई दिल्ली: अगले साल पंजाब में होने वाले विधान सभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) से पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) को बड़ा झटका लगा है और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने सीएम के 'प्रधान सलाहकार' पद से इस्तीफा दे दिया है. बता दें कि इसी साल मार्च में अमरिंदर सिंह ने प्रशांत किशोर को प्रिंसिपल एडवाइजर बनाया था और उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था.


प्रशांत किशोर ने क्यों दिया इस्तीफा?


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प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) के प्रमुख सलाहकार के पद से यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि उन्होंने सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी ब्रेक लेने का फैसला किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा, 'सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी अवकाश लेने के मेरे निर्णय के मद्देनजर, मैं आपके प्रधान सलाहकार के रूप में जिम्मेदारियों को संभालने में सक्षम नहीं हूं. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त करने की कृपा करें.'



2017 से कैप्टन अमरिंदर से साथ थे प्रशांत किशोर


साल 2017 में पंजाब में हुए विधान सभा चुनाव (Punjab Assembly Election) के दौरान प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के चुनाव अभियान की कमान संभाली थी. इसके बाद से ही वह मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) के साथ थे और इस साल मार्च में सीएम ने उन्हें अपना 'प्रधान सलाहकार' बनाया था.


प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें


चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने को लेकर अटकलें तेज हैं. सूत्रों के अनुसार, 22 जुलाई को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने 22 जुलाई को एक बैठक बुलाकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इस मुद्दे पर राय मांगी थी और ज्यादातर नेताओं ने इसका समर्थन किया था. बैठक में राहुल गांधी के अलावा एके एंटनी, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, कमलनाथ और अंबिका सोनी समेत लगभग आधा दर्जन से अधिक प्रमुख नेता शामिल हुए थे.


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