ममता के बाद PK का वार, कांग्रेस में नेतृत्व के 'वरदान' पर उठाए सवाल
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ममता के बाद PK का वार, कांग्रेस में नेतृत्व के 'वरदान' पर उठाए सवाल

प्रशांत किशोर ने दो महीने पहले भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘लखीमपुर खीरी की घटना के आधार पर देश की सबसे पुरानी पार्टी की अगुवाई में विपक्ष के उठ खड़े होने की उम्मीद लगा रहे लोग निराश हो सकते हैं. दुर्भाग्यवश सबसे पुरानी पार्टी में लंबे समय से घर कर चुकी समस्याओं और ढांचागत कमजोरियों का कोई त्वरित समाधान नहीं है.’

प्रशांत किशोर (फाइल फोटो).

नई दिल्ली/कोलकाता: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने स्पष्ट रूप से कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस जिस विचारधारा और राजनीति का प्रतिनिधित्व करती है, वह अहम है लेकिन उसका नेतृत्व किसी ‘व्यक्ति का नैसर्गिक अधिकार’ नहीं है, विशेषकर तब जब पार्टी पिछले 10 साल में 90 प्रतिशत चुनाव हार चुकी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को कहा था कि अब कोई UPA (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) नहीं है. इसके एक दिन बाद किशोर ने विपक्ष के नेतृत्व के लिए लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव कराए जाने का आह्वान किया.

  1. प्रशांत किशोर का कांग्रेस पर निशाना
  2. बोले-10 साल में 90 प्रतिशत चुनाव हारी
  3. 'पार्टी का नेतृत्व किसी का नैसर्गिक अधिकार नहीं'

कांग्रेस का पलटवार

तमाम दलों के राजनीतिक सलाहकार रह चुके प्रशांत किशोर (Prashant kishor) के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी और उसके प्रवक्ता पवन खेड़ा ने ट्वीट किया, ‘यहां जिस व्यक्ति की चर्चा की जा रही है, वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भारतीय लोकतंत्र को बचाने और संघर्ष करने के अपने नैसर्गिक दायित्व का निर्वहन कर रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘कोई वैचारिक प्रतिबद्धता नहीं रखने वाला एक पेशेवर राजनीतिक दलों/ व्यक्तियों को चुनाव लड़ने के बारे में सलाह देने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन वह हमारी राजनीति का एजेंडा निर्धारित नहीं कर सकता.’

ममता पर भी निशाना

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘कांग्रेस के शासन करने के नैसर्गिक अधिकार संबंधी झूठी धारणा को ध्वस्त करने की जरूरत है. राहुल गांधी ‘संघर्ष के नैसर्गिक दायित्व’ की हमारी समृद्ध विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं.’ खेड़ा ने बनर्जी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उस क्षेत्रीय नेता का यह दावा बेतुका है कि यूपीए का अब कोई अस्तित्व नहीं है, जो यूपीए का हिस्सा ही नहीं है. उन्होंने कहा, ‘क्योंकि मैं अमेरिका का नागरिक नहीं हूं, तो इसका अर्थ यह नहीं हुआ कि अमेरिका का अस्तित्व ही नहीं है.’

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G23 नेताओं ने किया कांग्रेस का बचाव

इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पार्टी में संगठनात्मक बदलाव के लिए पत्र लिखने वाले ‘23 नेताओं के समूह’ के सदस्य और पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी कहा कि कांग्रेस के बिना संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) एक ऐसे शरीर की तरह होगा जिसमें आत्मा नहीं हो. उन्होंने ट्वीट किया, ‘कांग्रेस के बगैर UPA बिना आत्मा के शरीर की तरह होगा. यह समय विपक्षी एकजुटता दिखाने का है.’ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी कहा कि कांग्रेस देश का मुख्य विपक्षी दल है और भाजपा को हराने करने के किसी भी राष्ट्रीय प्रयास का मुख्य स्तंभ बनी हुई है.

(इनपुट: भाषा)

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