राष्ट्रपति चुनाव पर विपक्ष की अहम बैठक, गांधी या अंबेडकर का प्रस्ताव दे सकते हैं वाम दल
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राष्ट्रपति चुनाव पर विपक्ष की अहम बैठक, गांधी या अंबेडकर का प्रस्ताव दे सकते हैं वाम दल

राष्ट्रपति पद के लिये संभावित साझा उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाने के लिये  शाम होने वाली विपक्ष की अहम बैठक से पहले गैर राजग दलों के नेता गहन विचार विमर्श में जुटे दिखे. जदयू के राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के फैसले के बाद कांग्रेस ने विपक्ष को एकजुट रखने का प्रयास तेज कर दिया है और उसके वरिष्ठ नेताओं ने कई विपक्षी दलों के नेताओं से इस बारे में चर्चा भी की.

पूर्व राजनयिक-राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी की फाइल फोटो.

नई दिल्ली: राष्ट्रपति पद के लिये संभावित साझा उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाने के लिये  शाम होने वाली विपक्ष की अहम बैठक से पहले गैर राजग दलों के नेता गहन विचार विमर्श में जुटे दिखे. जदयू के राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के फैसले के बाद कांग्रेस ने विपक्ष को एकजुट रखने का प्रयास तेज कर दिया है और उसके वरिष्ठ नेताओं ने कई विपक्षी दलों के नेताओं से इस बारे में चर्चा भी की.

जदयू के राजग उम्मीदवार के समर्थन के अचानक लिये गये फैसले से विपक्ष की एकता में दरार साफ नजर आई क्योंकि पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार ही वह शख्स थे जिन्होंने इस मुद्दे पर विपक्ष की साझा रणनीति की पहल की थी. सूत्रों का कहना है कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिये मुकाबला अब लगभग तय है क्योंकि अधिकतर विपक्षी दल इसे विचारधारा की लड़ाई मानते हैं जिसे लड़ा जाना चाहिये.

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एक वरिष्ठ वाम नेता ने कहा, ''इससे फर्क नहीं पड़ता की नतीजा क्या होगा, हम चुनाव लड़ेंगे.'' इस बात के लिये कोशिश की जा रही है कि एनसीपी भटके नहीं क्योंकि शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी ने 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव पर रणनीति बनाने के लिये आंतरिक बैठक भी की है.

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल ने एनसीपी सुप्रीमो से उनके आवास पर मुलाकात की और माना जा रहा है कि इस दौरान चुनाव को लेकर विपक्ष की रणनीति पर उनसे चर्चा की. सूत्रों ने कहा कि माकपा नेता सीताराम येचुरी भी इस अनौपचारिक चर्चा का हिस्सा थे.

गांधी या अंबेडकर का प्रस्ताव दे सकते हैं वाम दल, सुझाव के लिए भी तैयार
राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर विपक्षी दलों की बैठक में ऐसी उम्मीद है कि वाम दल पूर्व राजनयिक-राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी या संविधान निर्माता बी आर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर के नाम का प्रस्ताव रख सकते हैं. सूत्रों ने कहा कि गुरुवार (22 जून) देर से होने वाली बैठक में वाम दल अन्य सुझावों को भी सुनने को तैयार रहेंगे.

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इस पद के उम्मीदवार के तौर पर विपक्षी दल जिन अन्य नामों पर विचार कर सकते हैं उनमें पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक कुछ लोगों ने भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी राजा के नाम का प्रस्ताव भी रखा है.

वाम दलों के एक शीर्ष नेता ने कहा, ''हमें लगता है कि मुकाबला होना चाहिए. हमें लगता है कि गांधी या अंबेडकर को संयुक्त रूप से विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर उतारा जाना चाहिए. हालांकि हम अन्य नामों पर विचार करने को भी तैयार हैं.'' इस बैठक में जदयू को छोड़कर अन्य अहम विपक्षी दलों के शामिल होने की संभावना है. जदयू ने बुधवार (21 जून) को राजग के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन की घोषणा की थी.

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