पीएम मोदी ने रूस को भारत में रक्षा औद्योगिक पार्क स्थापित करने का दिया न्योता
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पीएम मोदी ने रूस को भारत में रक्षा औद्योगिक पार्क स्थापित करने का दिया न्योता

पीएम मोदी ने कहा,‘देश में रेल, सड़क और बंदरगाह परियोजनाओं में निवेशकों के लिए अच्छे अवसर हैं. मैं रूस को सुझाव दूंगा कि वह भारत में रक्षा क्षेत्र के लिए समर्पित औद्योगिक पार्क बनाये.'

पीएम मोदी ने कहा कि दोनों पक्ष अंतरिक्ष, उर्वरक, खाद्य प्रसंस्करण और रत्न एवं आभूषण क्षेत्रों में तालमेल बढ़ा सकते हैं. (फोटो साभार - रॉयटर्स)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कारोबारी माहौल बेहतर करने के सरकार के कदमों का जिक्र करते हुए शुक्रवार को रक्षा क्षेत्र में औद्योगिक पार्क बनाने का रूस को न्योता दिया. प्रधानमंत्री ने रूस को पारंपरिक मित्र बताते हुए कहा कि देश में रूस का निवेश क्रियान्वयित करने के लिए विशेष प्रकोष्ठ बनाया गया है.

पीएम मोदी ने भारत-रूस व्यापार शिखर सम्मेलन को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की उपस्थिति में संबोधित करते हुए कहा कि मेट्रो रेल निर्माण, सागरमाला तथा सड़क क्षेत्र में भारी अवसर उपलब्ध हैं.

उन्होंने भारत में व्यापार के व्यापक अवसरों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार 50 शहरों में मेट्रो रेल बनाने की योजना बना रही है. उन्होंने कहा, ‘‘देश में रेल, सड़क और बंदरगाह परियोजनाओं में निवेशकों के लिए अच्छे अवसर हैं. मैं रूस को सुझाव दूंगा कि वह भारत में रक्षा क्षेत्र के लिए समर्पित औद्योगिक पार्क बनाये.’’  उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष अंतरिक्ष, उर्वरक, खाद्य प्रसंस्करण और रत्न एवं आभूषण क्षेत्रों में तालमेल बढ़ा सकते हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि चार मुख्य क्षेत्रों... ऊर्जा, डिजिटल अर्थव्यवस्था, स्टार्टअप और आधारभूत संरचना आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं. पीएम मोदी ने विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रिपोर्ट, डब्ल्यूआईपीओ के नवाचार सूचकांक और विश्व आर्थिक मंच के प्रतिस्पर्धा सूचकांक में देश की स्थिति में सुधार का जिक्र करते हुए कहा कि इनसे जमीनी स्तर पर किये गये कार्य दिखते हैं.

उन्होंने कहा,‘भारत को चमकता सितारा बताया जा रहा है और देश छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. जल्दी ही यह पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.’ पीएम मोदी ने कहा कि रूस भारत का मुख्य ऊर्जा भागीदार है. उन्होंने कहा कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भी तालमेल बढ़ाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच का व्यापार 2017-18 में 20 प्रतिशत बढ़ा है.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक तालमेल अच्छी दर से बढ़ रहा है. उन्होंने कहा,‘हमारे सामने व्यापार को 2025 तक 30 अरब डॉलर का करने और आपसी निवेश 15 अरब डॉलर करने का लक्ष्य है. लेकिन हमें इससे अधिक लक्ष्य करना चाहिए तथा उसे पाने के लिए सक्रियता से काम करना चाहिए.’ उन्होंने इस बात की भी उम्मीद जाहिर की कि भारतीय कंपनियां रूस में खुल रहे अवसरों का लाभ उठाएंगी.

पुतिन ने कहा कि रूस ‘मेक इन इंडिया’ मुहिम के क्रियान्वयन में मदद करेगा. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार अच्छी दर से बढ़ रहा है लेकिन इसमें और तेजी से वृद्धि की क्षमता है.

उन्होंने कहा,‘हमें औद्योगिक तालमेल तथा तकनीकी एवं निवेश गठजोड़ को भी बढ़ाने की जरूरत है. हमने निर्णय लिया है कि भारत और रूस की सरकार माल एवं सेवा की आवाजाही में आने वाली सीमा शुल्क तथा प्रशासनिक रुकावटों को दूर करने के लिए साथ मिलकर काम करेगी.’

तालमेल के क्षेत्रों के बारे में पुतिन ने कहा कि ऊर्जा, परिवहन और पर्यावरण परिवर्तन मुख्य क्षेत्र हैं तथा रूस हमेशा से भारत के लिए ऊर्जा का मुख्य आपूर्तिकर्ता रहा है.उन्होंने कहा कि रूस परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की मदद कर रहा है. उन्होंने कहा,‘हम रूसी डिजायन पर आधारित एक और परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाने पर विचार कर रहे हैं.’

रूस की कंपनियां भारतीय रेल के 500 किलोमीटर से अधिक के नेटवर्क को आधुनिक बनाने पर काम कर रही हैं.

पुतिन ने कहा,‘विमानन तथा अंतरिक्ष जैसे उच्च तकनीकी क्षेत्रों में भी काफी संभावनाएं हैं. हम रूस में भारतीय कंपनियों की उपस्थिति बढ़ाना चाहते हैं.’ उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2017-18 में दोनों देशों का आपसी व्यापार 7.5 अरब डॉलर से बढ़कर 10.7 अरब डॉलर पर पहुंच गया था.

(इनपुट - भाषा)

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