ब्रिटेन: भारतीय मूल की पहली गृह मंत्री बनीं प्रीति पटेल, PM मोदी की मानी जाती हैं समर्थक
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ब्रिटेन: भारतीय मूल की पहली गृह मंत्री बनीं प्रीति पटेल, PM मोदी की मानी जाती हैं समर्थक

प्रीति पटेल मूल रूप से गुजरात से ताल्‍लुक रखती हैं और ब्रिटेन में होने वाले भारतीय प्रवासियों के कार्यक्रमों में अक्‍सर प्रमुख रूप से शिरकत करती रही हैं. उनको ब्रिटेन में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जबर्दस्‍त समर्थक माना जाता है.  

प्रीति पटेल मूल रूप से गुजरात से ताल्‍लुक रखती हैं.

लंदन: पूर्ववर्ती थेरेसा मे सरकार की मुखर आलोचक और ब्रेक्जिट की समर्थक प्रीति पटेल, नवनियुक्‍त बोरिस जॉनसन की सरकार में गृह मंत्री बनी हैं. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की टीम में इस अहम पद पर पहुंचने वाली वह पहली भारतीय मूल की नेता हैं. कंजरवेटिव पार्टी की नेता प्रीति पटेल को साजिद जावीद की जगह गृह मंत्री बनाया गया है. साजिद जावीद पाकिस्‍तानी मूल के हैं और वित्‍त मंत्री बनाया गया है. इस पद पर पहुंचने वह पहले जातीय अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के नेता हैं.

  1. प्रीति पटेल को ब्रेक्जिट का समर्थक माना जाता है
  2. ब्रिटेन में प्रवासी भारतीयों के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्‍सा लेती हैं
  3. मूल रूप से गुजरात से ताल्‍लुक रखती हैं

प्रीति पटेल मूल रूप से गुजरात से ताल्‍लुक रखती हैं और ब्रिटेन में होने वाले भारतीय प्रवासियों के कार्यक्रमों में अक्‍सर प्रमुख रूप से शिरकत करती रही हैं. उनको ब्रिटेन में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जबर्दस्‍त समर्थक माना जाता है. उल्‍लेखनीय है कि ब्रेक्जिट के मुद्दे पर थेरेसा मे के इस्‍तीफे के बाद ब्रिटेन की सत्‍तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी ने बोरिस जॉनसन को पार्टी का नया नेता चुना है. उसके बाद जॉनसन ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से मुलाकात और उनको देश का नया प्रधानमंत्री घोषित किया गया.

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को PM मोदी ने दी बधाई, कही ये बड़ी बात

इससे पहले ब्रिटेन में सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के नेता व पूर्व विदेश सचिव बोरिस जॉनसन मंगलवार को अगला प्रधानमंत्री चुने गए. उन्होंने अपने विजय भाषण में समर्थकों को तेजी के साथ बेहतर काम करने का भरोसा जताया. जॉनसन की जीत शानदार रही और उन्होंने 92,153 वोट हासिल किए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी जेरेमी हंट महज 46,656 वोटों पर सिमट गए.

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बोरिस जॉनसन
अपने विजय भाषण में जॉनसन ने कहा, "मुझे पता है कि हमारे आसपास ऐसे लोग होंगे जो आपके निर्णय की बुद्धिमत्ता पर सवाल उठाएंगे. यहां कुछ लोग ऐसे भी हो सकते हैं जो अभी भी आश्चर्यचकित हैं कि उन्होंने क्या किया है." उन्होंने कहा, "मैं संदेह रखने वाले सभी लोगों से कहता हूं कि हम देश को ऊर्जावान बनाने जा रहे हैं. हम एक बार फिर से खुद पर विश्वास करने जा रहे हैं."

जॉनसन ने कहा, "मैं अपनी टीम के साथ तेजी से काम करूंगा. अभियान समाप्त हो गया है और काम शुरू हो गया है." उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा मे को भी बधाई दी, जिनके वह लंबे समय से आलोचक रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी जॉनसन को बधाई देते हुए ट्वीट किया, "वह महान बनेंगे."

इसी के साथ लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन ने ट्वीट कर जॉनसन की जीत की खबर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "उन्होंने एक लाख से कम अप्रतिस्पर्धी कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों का समर्थन जीता है, मगर हमारे देश का समर्थन नहीं जीता."

पीएम मोदी ने दी बधाई
जॉनसन की शानदार जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा 'मैं आपकी सफलता की कामना करता हूं. भारत-यूके की साझेदारी को और मजबूत करने के लिए आपके साथ काम करने की आशा करता हूं.' बता दें कि 55 साल के बोरिस जॉनसन ब्रेग्जिट के प्रबल समर्थक हैं. उन्होंने इसके पक्ष में जमकर अभियान चलाया था.

जॉनसन ब्रेक्जिट के बड़े पक्षधर हैं 
जॉनसन ब्रेक्जिट के इतने बड़े पक्षधर हैं कि उनका कहना था कि उन्हें इस बात में भी कोई डर नहीं है कि वह यूरोपीय संघ से बिना किसी डील के ही ब्रिटेन को अलग कर लें. कंजरवेटिव पार्टी के वफादारों में उनका अच्छा समर्थन पाया जा रहा है. ब्रेग्जिट के समर्थक 54 वर्षीय बोरिस ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) से अलग होने के बाद अक्सर भारत-ब्रिटेन के बीच नजदीकी व्यापारिक संबंधों के पक्ष में लगातार बोलते रहे हैं.

रिटेन-भारत के बीच और करीबी साझेदारी की उम्मीद करें: जॉनसन 
जॉनसन ने पीएम मोदी के लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई भी दी थी. जॉनसन ने एनडीए की प्रचंड जीत के नतीजों के तुरंत बाद पीएम मोदी के लिए अपने संदेश में कहा था, ‘‘भारतीय चुनाव परिणाम 2019 में भारी जीत के लिए नरेंद्र मोदी को बधाई. यह नए भारत की आपकी आशावादी दूरदृष्टि की पुष्टि है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘चलिए आगामी वर्षों में ब्रिटेन-भारत के बीच और करीबी साझेदारी की उम्मीद करें.’’

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