मनी लॉड्रिंग के एक मामले में रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां मॉरीन मंगलवार को जयपुर के भवानी सिंह रोड स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में सुबह 10 बजे पेश होंगी.
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नई दिल्ली/जयपुर: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा राजस्थान के बीकानेर में एक कथित जमीन घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को जयपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होंगे. वहीं, रॉबर्ट वाड्रा की पेशी से एक दिन पहले कांग्रेस की नवनियुक्त महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी सोमवार देर रात जयपुर पहुंच गईं. ईडी के अधिकारियों ने बताया कि मनी लॉड्रिंग के एक मामले में रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां मॉरीन मंगलवार को जयपुर के भवानी सिंह रोड स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में सुबह 10 बजे पेश होंगी. वाड्रा और उनकी मां सोमवार की दोपहर जयपुर हवाई अड्डे पर पहुंचे थे.
Rajasthan: Congress General Secretary for Uttar Pradesh East Priyanka Gandhi Vadra arrives in Jaipur. Robert Vadra and his mother Maureen Vadra had reached Jaipur earlier today, for questioning in connection with a money-laundering case related to a land scam in Bikaner. pic.twitter.com/jKJvOQJhvP
— ANI (@ANI) February 11, 2019
रॉबर्ट वाड्रा मंगलवार को ईडी के सामने चौथी बार पेश होंगे. पिछले तीन मौकों पर वह ''अवैध'' तरीके से विदेश में संपत्ति खरीदने में अपनी कथित भूमिका के लिए अपने खिलाफ चल रही धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में दिल्ली में ईडी के समक्ष पेश हुए थे.
आपको बता दें कि राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देश पर वाड्रा और उनकी मां ईडी के समक्ष पेश होने वाले हैं. न्यायालय ने उस वक्त दोनों को ईडी द्वारा की जा रही जांच में सहयोग करने को कहा था जब उन्होंने अदालत से ईडी को यह निर्देश देने की मांग की कि वह उनके खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई नहीं करे. अधिकारियों ने बताया कि मामले के जांच अधिकारी (आईओ) धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत वाड्रा और उनकी मां का बयान दर्ज करेंगे. ईडी ने पिछले हफ्ते दिल्ली में तीन अलग-अलग दिन कुल मिलाकर करीब 24 घंटे की पूछताछ की.
बीकानेर वाले मामले में ईडी ने वाड्रा को तीन बार तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए और आखिरकार अदालत की शरण में गए. ईडी ने जमीन सौदे के सिलसिले में 2015 में एक आपराधिक मामला दर्ज किया था. राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज की गई कई प्राथमिकी और दायर किए गए आरोप-पत्रों का संज्ञान लेने के बाद यह केस दर्ज किया गया था.
पुलिस ने यह मामले तब दर्ज किए जब बीकानेर के तहसीलदार ने भारत-पाक सीमा होने के कारण संवेदनशील माने जाने वाले इलाके में जमीन आवंटन में कथित फर्जीवाड़े की शिकायत की. समझा जाता है कि ईडी वाड्रा से कथित तौर पर जुड़ी कंपनी मेसर्स स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के कामकाज के बारे में पूछताछ करना चाहती है. इसी कंपनी ने इलाके में जमीन खरीदी थी. जांच एजेंसी वाड्रा से कथित तौर पर जुड़े लोगों के बयानों को लेकर भी उनसे पूछताछ करना चाहती है.