शिवसेना ने कहा है कि सरकार को यह कहना बंद करना चाहिए कि ये तथाकथित माओवादी केंद्र की मौजूदा सरकार को पलट सकते हैं. यह मूर्खतापूर्ण बयान है.
Trending Photos
मुंबई : केंद्र तथा महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ एनडीए की घटक शिवसेना ने महाराष्ट्र पुलिस के इस दावे को मूर्खतापूर्ण बताया कि गिरफ्तार किए गए पांच वामपंथी कार्यकर्ता मोदी सरकार को पलटने की कथित माओवादी साजिश में शामिल थे. शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर भी सवालिया निशान लगाया और कहा कि उनकी सुरक्षा मजबूत है और उस संबंध में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.
शिवसेना के मुखपत्र सामना में सोमवार को प्रकाशित संपादकीय में कहा गया है, ‘सरकार को यह कहना बंद करना चाहिए कि ये तथाकथित माओवादी केंद्र की मौजूदा सरकार को पलट सकते हैं. यह मूर्खतापूर्ण बयान है.’
मराठी दैनिक में कहा गया है कि मनमोहन सिंह की सरकार देश की जनता ने हटाई थी न कि माओवादियों या नक्सलियों ने. आज सरकारें लोकतांत्रिक तरीके से ही हटाई जा सकती हैं. शिवसेना ने कहा कि पुलिस को ऐेसे दावे करते समय संयम बरतना चाहिए.
शिवसेना ने साधा निशाना, 'नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को कर दिया चौपट'
शिवसेना ने कहा कि अगर माओवादियों को सरकारें पलटने की क्षमता होती तो वे पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मणिपुर में अपना नियंत्रण नहीं गंवाते. शिवसेना ने आगाह किया कि पुलिस को जीभ पर लगाम लगाकर काम करना चाहिए, अन्यथा मोदी और बीजेपी का एक बार फिर मजाक बनेगा.
पार्टी ने कहा कि एक और मुद्दा प्रधानमंत्री की सुरक्षा का है. पीएम मोदी की सुरक्षा काफी उच्च स्तर की है और इस संबंध में चिंता करने की जरूरत नहीं है.
संपादकीय में कहा गया है, ‘इंदिरा गांधी और राजीव गांधी में निडरता थी. उस साहस ने उनके साथ घात किया. लेकिन मोदी इस तरह का साहस नहीं करेंगे.’
इसमें माओवाद के प्रति सहानुभूति रखने वालों को भी निशाना बनाया गया है. इसके अलावा भगवा आतंकवाद संकल्पना के लिए पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री तथा कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम पर भी निशाना साधा गया है. पार्टी ने कहा कि नक्सलवाद कश्मीर के आतंकवादियों की तुलना में ज्यादा भयावह है और वह देश को अंदर से खोखला कर रहा है.
(इनपुट भाषा से)