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डीएनए का ये विश्लेषण जानकर आप हैरान रह जाएंगे. ये खबर क्या है उसके विश्लेषण की वजह क्या है वो हम आपको एक बेहद संजीदा शायर बशीर बद्र के एक मशहूर शेर को पढ़ाकर करेंगे. बशीर बद्र साहब का शेर है - 'यहां लिबास की क़ीमत है, आदमी की नहीं। मुझे गिलास बड़े दे, शराब कम कर दे।।' दरअसल देश के लोग लिबास से ज्यादा लोग शराब पर पैसे लुटा रहे हैं. वहीं इस शेर में दिखावे वाली ज़िंदगी पर तंज कसा गया है. लेकिन हम जो बात करने जा रहे हैं उसमें लिबास की ही क़ीमत कम है. शराब की क़ीमत ज़्यादा है.
तो फिर बता दें कि खबर ये है कि लिबास से ज्यादा लोग शराब पर पैसे लुटा रहे हैं. एक साल में इस देश का आम आदमी शराब में जितने पैसे खर्च कर रहा है, वो आंकड़े हैरान कर देने वाले हैं. CMIE यानी सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनॉमी ने एक रिपोर्ट तैयार की है. इसमें हिसाब लगाया गया है कि इस देश का कॉमन मैन किन चीजों में कितने खर्च कर रहा है. रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि देश में सामान्य आय वाले लोग कपड़ों से ज्यादा शराब और कोल्ड ड्रिंक्स पर खर्च कर रहे हैं.
रिपोर्ट में बताया गया कि साल 2023-24 में लोगों ने अपनी कमाई में से 7.29 लाख करोड़ रुपये जहां कपड़ों पर खर्च कर दिए. वहीं, एल्कोहल ड्रिंक्स पर 1.20 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए. इससे एक साल पहले यानी कि 2022-23 में जहां लोगों ने कपड़ों पर 7.60 लाख करोड़ रुपये खर्च किए थे, वहीं शराब पर 0.95 लाख करोड़ रुपये खर्च किए थे. इससे साफ पता चलता है कि इस साल के दौरान कपड़ों पर खर्च घटा है, जबकि शराब पर खर्च 26 परसेंट तक बढ़ गया है.
#DNAWithRahulSinha | लिबास से ज्यादा शराब पर खर्च कर रहे लोग, रिपोर्ट में हुआ खुलासा! #DNA #Report #CMIE #Liquor@RahulSinhaTV pic.twitter.com/jAtbVvLDbv
— Zee News (@ZeeNews) June 19, 2025
ऐसे में शराब के शौकीन लोगों से यही कहना चाहते हैं कि, 'हुई महंगी बहुत ही शराब कि थोड़ी-थोड़ी पिया करो'....वरना कहीं ये कहने की नौबत न आ जाए कि, 'अब तो उतनी भी मयस्सर नहीं मयख़ाने में, जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में.'