सीएम नारायणसामी खुद नाले में उतर गए और कुदाल की मदद से गाद को निकालते देखे गए. इस घटना का वीडियो पुडुचेरी के मुख्यमंत्री की आधिकारिक ट्विटर पेज से ट्वीट किया गया है.
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पुडुचेरी: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथों में झाड़ू लेकर सफाई करते हुए देखे जा चुके हैं. इस बार पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने मिसाल पेश की है. वी नारायणसामी ने निलीथोपे (Nellithope) शहर के नाले में पानी की आवाजाही में रुकावट देखकर खुद को रोक नहीं पाए और कुदाल लेकर सफाई में जुट गए. सीएम नारायणसामी खुद नाले में उतर गए और कुदाल की मदद से गाद को निकालते देखे गए. इस घटना का वीडियो पुडुचेरी के मुख्यमंत्री की आधिकारिक ट्विटर पेज से ट्वीट किया गया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वी. नारायणसामी बेहद सरल स्वभाव के माने जाते हैं. वे हमेशा से वीआईपी कल्चर की खिलाफत करते रहे हैं. यूपीए सरकार में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री रहते हुए भी वी नारायणसामी सरलता की मिसाल पेश करते रहे.
#SwachhataHiSeva HCM @VNarayanasami himself gets down to clean the drainage at Nellithope area, #Puducherry today . pic.twitter.com/714hAUz1se
— CMO Puducherry (@CMPuducherry) October 1, 2018
राहुल गांधी की चप्पल उठाने पर हुआ था विवाद
साल 2015 में वी नारायणसामी ने एक ऐसा काम किया था जिसके चलते वे विवादों में आ गए थे. वे राहुल गांधी को हाथों में चप्पल उठाकर पहनाते हुए नजर आ आए थे. बवाल मचने के बाद भी नारायणसामी ने इसे अपने गर्व का विषय बताया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि मैंने उन्हें चप्पल नहीं पहनायी बल्कि उन्हें अपनी चप्पल दी जिसके बाद राहुल गांधी ने धन्यवाद कहा. मैंने उनके सम्मान में ऐसा किया.
किरण बेदी के स्वतंत्रता दिवस समारोह से वी नारायणसामी ने बनाई थी दूरी
वी नारायणसामी अक्सर कांग्रेस के प्रति अपनी वफादारी दिखाते रहे हैं. इसी कड़ी में उपराज्यपाल किरण बेदी से उनका ठकराव भी हो गया था. उपराज्यपाल किरण बेदी की तरफ से स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित जलपान समारोह का सत्तारूढ़ कांग्रेस, उसकी सहयोगी द्रमुक और विपक्षी अन्नाद्रमुक सहित सभी नेताओं ने बहिष्कार कर दिया. मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी, भाजपा के नामित विधायक और स्थानीय इकाई के पार्टी अध्यक्ष वी. सामीनाथन ही समारोह में शामिल हुए. उपराज्यपाल के कामकाज के तरीके को लेकर बेदी और विधायकों के बीच मतभेद के सिलसिले में भगवा दल को छोड़कर अन्य राजनीतिक दलों ने उनके कार्यक्रम का बहिष्कार किया. बेदी का हाल में विधानसभा में तीन सदस्यों के नामित किए जाने और उनके शपथ ग्रहण को लेकर पुडुचेरी की सरकार से टकराव हुआ था.