Punjab news: पाकिस्तान सीमा पर पंजाब पुलिस (Punjab Police) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने बीते 96 घंटों में सीमा पार से मादक पदार्थ और हथियारों की स्मगलिंग से जुड़ी तमाम बड़ी साजिशों को नाकाम कर दिया है. एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई के दौरान कड़ी सतर्कता के चलते घुसपैठ की भी कोशिशों को नाकाम कर दिया गया.
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Punjab Police BSF News: पंजाब पुलिस और बीएसएफ के जांबाज जवानों ने एक खुफिया इनपुट को डेवलप करते हुए भारत-पाकिस्तान सीमा के पास से घातक हथियारों की खेप बरामद की है. पंजाब की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) और बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के ज्वाइंट ऑपरेशन में तारणतारण जिले के खेमकरण में कामयाबी हासिल हुई. डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास 2 आरोपी दबोचे गए हैं. जिनके पास से दो AK-47 राइफल, एक PX5 स्टॉर्म पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं'.
आपको बताते चलें कि पंजाब सीमावर्ती राज्य है, जो दशकों से आतंकवाद प्रभावित रहा है. पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए ड्रग्स और हथियारों की खेप आए दिन बरामद होती है. इसलिए पंजाब पुलिस और बीएसएफ न सिर्फ संवेदनशील इलाकों बल्कि चप्पे-चप्पे पर पूरी मुस्तैदी से पेट्रोलिंग करती है.
हथियारों की ताजा बरामदगी के बाद डीजीपी ने कहा, 'शुरुआती जांच में पता चला है कि हथियार पाकिस्तान से आए थे. एसएसओसी अमृतसर में एफआईआर दर्ज हुई है. तस्करों की पहचान करके हथियारों की तस्करी के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए मामले की जांच जारी है. डीजीपी ने ये भी कहा, 'पंजाब पुलिस संगठित अपराध को खत्म करके और राज्य में शांति और सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.'
इससे पहले, 11 अक्टूबर को काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट ने पाकिस्तान से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था. इस कार्रवाई में अमृतसर से तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान महेश उर्फ अशु मसीह, अंग्रेज सिंह और अर्शदीप सिंह के रूप में हुई है. तीनों आरोपी तरनतारन जिले के निवासी थे.
इनके कब्जे से कुल आठ पिस्तौल बरामद की गई थी, जिनमें तीन 9एमएम पिस्तौल और पांच .30 बोर पिस्तौल शामिल थीं. साथ ही, संबंधित मैगजीन भी जब्त की गई थी. अबतक की जांच में ये सामने आया है कि आरोपी पाकिस्तान स्थित एक हथियार तस्कर के लगातार संपर्क में थे. वे तरनतारन के बॉर्डर इलाके खासकर गांव मारी कम्बो के, में हथियारों की खेप मंगवाकर आगे सप्लाई करते थे. (IANS)