'खास मकसद' से राहुल ने PM मोदी को लगाया था गले, फरवरी में तैयार हुआ था प्लान
Advertisement

'खास मकसद' से राहुल ने PM मोदी को लगाया था गले, फरवरी में तैयार हुआ था प्लान

राहुल के पीएम को गले लगाने के बाद लोकसभा में बैठे सभी लोग चौंक गए थे. यहां तक कि खुद कांग्रेस पार्टी के नेता इससे चौंक गए थे. 

राहुल गांधी ने 20 जुलाई को लोकसभा में अपने भाषण के बाद पीएम मोदी को गले लगाया था. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने भाषण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाया. गले लगाने के बाद इसे अचानक लिया गया फैसला बताया गया. लेकिन, यह अचानक लिया गया फैसला नहीं था. सूत्रों के मुताबिक, राहुल-मोदी की झप्पी की प्लानिंग फरवरी से हो रही थी. फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान ही इसकी योजना बनाई गई थी. आपको बता दें, लोकसभा में 20 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी ने अपने भाषण के बाद पीएम मोदी को गले लगा लिया था.

  1. राहुल गांधी का पीएम को गले लगाना अचानक नहीं था
  2. फरवरी में राहुल गांधी को ही आया था सबसे पहले विचार
  3. गले लगाने की टाइमिंग को लेकर तैयार नहीं थे राहुल

राहुल गांधी ने खुद बनाया था प्लान
राहुल गांधी के करीबी सूत्रों ने बताया, राहुल के पीएम को गले लगाने के बाद लोकसभा में बैठे सभी लोग चौंक गए थे. यहां तक कि खुद कांग्रेस पार्टी के नेता इससे चौंक गए थे. पार्टी के एक नेता ने बताया, 'फरवरी में पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में बोल रहे थे, उसी वक्त राहुल गांधी को यह विचार सबसे पहले आया था.' उस दौरान मोदी ने कांग्रेस पर एक परिवार के लिए काम करने का आरोप लगाया था.

क्या था इसके पीछे राहुल का मकसद?
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, उस वक्त 'पीएम मोदी ने सबकी आलोचना की, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी. इसके बाद राहुल को विचार आया कि मोदी काफी गुस्से में हैं उन्हें एक झप्पी की जरूरत है.' पार्टी नेता ने बताया, 'राहुल के इस कदम का मकसद यह बताना था कि विपरीत विचारधारा के बावजूद एक-दूसरे के साथ बगैर नफरत के रहा जा सकता है.' 

पीएम मोदी को गले लगाने के बाद बोले राहुल, 'मैं कांग्रेस हूं'

टाइमिंग को लेकर तैयार नहीं थे राहुल
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलने के दौरान बोफोर्स घोटाले का जिक्र किया. सूत्रों की मानें तो राहुल उस वक्त पीएम को गले की टाइमिंग को लेकर तैयार नहीं थे. राहुल गांधी ने इसे लेकर बहुत लोगों से चर्चा नहीं की, यह लंबे समय से उनके दिमाग में था. सूत्रों ने यह भी कहा कि 'यह काफी अजीब होता अगर राहुल भाषण के बीच में जाकर मोदी को गले लगाते, इसलिए तय किया गया कि भाषण के बाद राहुल मोदी को गले लगाएंगे.'

VIDEO : कभी पीएम मोदी के गले मिलने का उड़ाया था मजाक, अब कांग्रेस ने उसे ही बनाया हथियार

आंख मारना नहीं था प्लानिंग का हिस्सा
राहुल गांधी के इस कदम ने उनकी खुद की पार्टी के नेताओं को चौंका दिया था. कांग्रेस के एक नेता ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि उनके साथ बैठे लोगों को लग रहा था कि राहुल गांधी एक ब्रेक ले रहे हैं, लेकिन इसके बाद राहुल मोदी के पास गए उन्हें गले लगाया. हालांकि, भाषण के बाद राहुल का विंक (आंख मारना) कहीं भी प्लानिंग का हिस्सा नहीं था.

Trending news