मॉनसून सत्र के दूसरे दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को बताया कि LAC पर भारत और चीन के बीच विवाद अभी जारी है. उन्होंने कहा कि चीन ने अभी भी भारत की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है. उन्होंने कहा कि अप्रैल महीने से चीन ने सीमा पर सैनिकों और गोला बारूद की वृद्धि की है.
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नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मंगलवार को सदन में कहा कि LAC पर भारत और चीन के बीच विवाद अभी जारी है. चीन ने भारत की जमीन पर अभी भी अवैध कब्जा किया हुआ है. इसे लेकर अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री के बयान से साफ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया.
मंगलवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'रक्षा मंत्री के बयान से साफ है कि पीएम ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया. हमारा देश हमेशा से भारतीय सेना के साथ खड़ा था, है और रहेगा. लेकिन मोदी जी, आप कब चीन के खिलाफ खड़े होंगे? चीन से हमारे देश की जमीन कब वापस लेंगे? चीन का नाम लेने से डरो मत.'
रक्षामंत्री के बयान से साफ़ है कि मोदी जी ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया।
हमारा देश हमेशा से भारतीय सेना के साथ खड़ा था, है और रहेगा।
लेकिन मोदी जी,
आप कब चीन के ख़िलाफ़ खड़े होंगे?
चीन से हमारे देश की ज़मीन कब वापस लेंगे?चीन का नाम लेने से डरो मत।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 15, 2020
बता दें कि मॉनसून सत्र के दूसरे दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को बताया कि LAC पर भारत और चीन के बीच विवाद अभी जारी है. उन्होंने कहा कि चीन ने अभी भी भारत की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है. उन्होंने कहा कि अप्रैल महीने से चीन ने सीमा पर सैनिकों और गोला बारूद की वृद्धि की है.
उन्होंने कहा कि पैंगोंग से लेकर कई जगहों पर चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की. लेकिन हमारे सैनिकों ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया. राजनाथ सिंह ने कहा कि 29-30 अगस्त को चीनी सैनिकों मे भारत में घुसपैठ की कोशिश की जिन्हें हमारे सैनिकों ने रोक दिया.
उन्होंने कहा, ‘हमारी सेना ने भी जवाबी तैनातियां की हैं ताकि देश के सुरक्षा हितों का पूरी तरह ध्यान रखा जाए. हमारे सशस्त्र बल इस चुनौती का डटकर सामना करेंगे. हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है.’ उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच सशस्त्र बलों की तैनाती और उनके प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए.'