Rahul Gandhi की संसद सदस्यता जाने पर कांग्रेस का सत्याग्रह, जानें अब क्या है पार्टी का टारगेट?
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Rahul Gandhi की संसद सदस्यता जाने पर कांग्रेस का सत्याग्रह, जानें अब क्या है पार्टी का टारगेट?

Congress Protest: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसद सदस्यता जाने के विरोध में आज कांग्रेस (Congress) देशभर में प्रदर्शन करेगी. कांग्रेस इस प्रदर्शन के जरिए जनता को क्या मैसेज देना चाहती है आइए इसके बारे में जानते हैं.

Rahul Gandhi की संसद सदस्यता जाने पर कांग्रेस का सत्याग्रह, जानें अब क्या है पार्टी का टारगेट?

Rahul Gandhi Latest News: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसद सदस्यता गई तो कांग्रेस (Congress) ने सत्याग्रह लॉन्च करने का फैसला किया है. आज सुबह 10 बजे से दिल्ली के राजघाट पर कांग्रेस पार्टी का संकल्प सत्याग्रह शुरू होगा. कांग्रेस की कोशिश है कि राहुल गांधी सदस्यता रद्द होने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया जाए. देशभर में एक माहौल बनाया जाए जिसका फायदा राहुल को 2024 में मिल सके. कानूनी दांव-पेंच में पीछे रहने के बाद अब राजनीति में कांग्रेस बढ़त लेने की कोशिश में है. पर क्या संकल्प सत्याग्रह से राहुल गांधी को संजीवनी मिलेगी. कांग्रेस के सत्याग्रह का एक ही टारगेट है कि 2024 में राहुल के लिए समर्थन जुटाना और देश के नक्शे से गायब होती कांग्रेस को संजीवनी दिलाना.

सत्याग्रह से 2024 में सत्ता?

बता दें कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने के खिलाफ कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आज देशभर में संकल्प सत्याग्रह करेंगे. यह ‘संकल्प सत्याग्रह’ सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक सभी प्रांतों और जिलों में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने होगा. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस के दूसरे नेता दिल्ली में राजघाट पर आयोजित ‘संकल्प सत्याग्रह’ में शामिल होंगे.

कांग्रेस का संकल्प सत्याग्रह

कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि ये संकल्प सत्याग्रह है और ये संकल्प इसी बात का है कि सच के लिए राहुल गांधी लड़ते हैं, हम भी लड़ेंगे. कंधे से कंधा मिलाकर उसके साथ खड़े रहेंगे. राजघाट पर सुबह 10 बजे से हमारा संकल्प सत्याग्रह है. कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और हमारे सारे नेशनल लीडर्स भी वहां आएंगे. और हम वहां पर सत्याग्रह करेंगे.

बीजेपी ने साधा निशाना

वहीं बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि राहुल गांधी कौन हैं? वो देश के एक नागरिक हैं, सांसद थे लेकिन कांग्रेस में इस पद पर क्यों हैं क्योंकि वो एक विशेष परिवार से आते हैं. जान लें कि कांग्रेस की ओर से एक तरफ जनता को मैसेज दिया जा रहा है तो दूसरी तरफ कानूनी दांवपेंच की तैयारी भी हो रही है.

कानूनी दांव-पेंच की भी तैयारी

कांग्रेस के बड़े नेता अभिषेक मनु सिंघवी, सलमान खुर्शीद, कपिल सिब्बल और विवेक तनखा मिलकर सूरत कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील की तैयारी कर रहे हैं. सोमवार तक ये तैयार हो जाएगी और अगले दो दिनों में इसे गुजरात हाईकोर्ट में दाखिल कर दिया जाएगा. कांग्रेस अब जनता को ये समझाने की कोशिश में है कि राहुल की पॉलिटिकल पावर बढ़ी इसलिए उनकी संसद सदस्यता रद्द हुई है.

2024 में राहुल Vs मोदी

हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राहुल गांधी ने जो कन्याकुमारी से कश्मीर की यात्रा की और उस यात्रा में जो जनता का समर्थन उन्हें मिला और 2024 के लोकसभा इलेक्शन को देखकर उन्होंने देखा कि उन्हें सबसे ज्यादा अगर कोई कड़ा मुकाबला दे सकती है तो वो कांग्रेस पार्टी है.

राहुल पर विपक्षी एकता में फूट?

कांग्रेस और राहुल सिर्फ जनता ही नहीं मैसेज तो विपक्ष के बाकी दलों को भी देना है. राहुल के मुद्दे पर विपक्ष एकजुट तो है, पर साथ ही कांग्रेस पर प्रेशर भी बढ़ रहा है. तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव ने साफ-साफ कहा कि कांग्रेस छोटे दलों को आगे आने का मौका दे और साथ मिलकर काम करे. ये कांग्रेस को बड़ी पार्टी मान रहे हैं पर जहां क्षेत्रीय दल मजबूत हैं वहां कमान कांग्रेस से छीनने की बात हो रही है. छोटी पार्टियों को लगता है कि कांग्रेस से अपनी बातें मनवाने का सही वक्त आ गया है. यानी ये राहुल के साथ हैं पर विपक्ष की कमान राहुल को मिलने की उम्मीद कम हो गई है.

कांग्रेस का संकल्प सत्याग्रह बीजेपी के लिए संदेश है. राहुल गांधी खुद को एंटी मोदी मोर्चे का सबसे बड़ा चेहरा दिखाना चाहते हैं. पर 'भारत जोड़ो' यात्रा के बाद राहुल को मिले स्पॉटलाइट से कई छोटी पार्टियों में डर है. और इस डर का फायदा बीजेपी को मिल सकता है.

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