हाथरस पर हाय-तौबा, देवरिया की बेटी पर राहुल-प्रियंका चुप क्यों?
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हाथरस पर हाय-तौबा, देवरिया की बेटी पर राहुल-प्रियंका चुप क्यों?

क्या कांग्रेस पार्टी को महिलाओं के लिए आवाज़ उठाने का हक है?

फाइल फोटो

नई दिल्ली: क्या कांग्रेस पार्टी को महिलाओं के लिए आवाज़ उठाने का हक है? हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी के सांसद राहुल गांधी (Rahul gandhi) और यूपी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka wadra) दोनों ने दिल्ली से हाथरस तक हंगामा मचा दिया.

वहीं अब यूपी के देवरिया (Deoria) में कांग्रेस पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता का कांग्रेस की सभा में अपमान हुआ. लेकिन न राहुल गांधी कुछ बोले, ना ही प्रियंका गांधी विरोध प्रदर्शन करने उतरीं. खाना पूर्ति के नाम पर कांग्रेस ने देवरिया में 2 कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित करके जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित कर दी है. सवाल है कि देवरिया की बेटी पर राहुल-प्रियंका चुप क्यों हैं? क्या मां-बेटियों की चिंता करना कांग्रेसी ड्रामा है? यूपी पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है. 

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अपनी ही पार्टी के नेताओं की हिंसा का शिकार हुई कांग्रेस कार्यकर्ता तारा यादव ने कहा कि मेरे साथ बहुत ही अन्याय हुआ है. मैं अपनी बात सचिन नायक जी से रख रही थी कि आपने जो टिकट दिया है एक रेपिस्ट को, उससे समाज में कांग्रेस पार्टी की छवि खराब होगी. आप किसी और को दे दीजिए जिसका चरित्र साफ है. ये बात कहते ही वहां पर किसी ने पीछे से मुझे धक्का दिया और मारपीट शुरू कर दी.

तारा यादव ने कहा कि हमारी माननीय प्रियंका गांधी जी और सभी बड़े नेता- कार्यकर्ता हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए रोड पर उतरे हैं. वहीं हमारे ही कांग्रेस के कुछ लोग रेपिस्ट को टिकट दिलवाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस टिकट को वापस होना चाहिए. किसी रेपिस्ट को टिकट देना का मतलब है कि हमारी पार्टी की बदनामी और छवि खराब होना.

उधर आरोपों के घेरे में आए कांग्रेस उम्मीदवार मुकुंद मणि भास्कर त्रिपाठी ने कहा कि ये महिला पहले खुद टिकट की दावेदार थी. जब टिकट नहीं मिला तो आज इस तरह की बात कर रही हैं. उनके ऊपर लगे सभी आरोप पूरी तरह निराधार हैं. वहीं बीजेपी प्रवक्ता प्रेम प्रकाश शुक्ला ने कहा कि   प्रियंका वाड्रा और राहुल गांधी आए दिन महिला अधिकारों की बात करते हैं. लेकिन जब उनकी पार्टी की कार्यकर्ता बलात्कार अभियुक्त का विरोध करती है तो उसकी पिटाई क्यों की जाती है. दोनों भाई-बहन इस घटना पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं. 

राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया घटना का संज्ञान 

घटना का वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना का संज्ञान ले लिया है. आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि पॉलिटिकल पार्टी की मीटिंग में एक महिला कार्यकर्ता को बुरी तरह से मारा जा रहा है. यह पूरी  तरह अस्वीकार्य है. आयोग ने इन घटना पर संज्ञान लेते हुए यूपी डीजीपी को इस पर कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है. हम चाहते हैं कि घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें अरेस्ट किया जाए. 

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