वॉट्सऐप एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि 1 दिसंबर से सभी ट्रेनों की सेवाएं बंद होने वाली हैं. यकीनन ये मैसेज उन लोगों को परेशानी में डालने वाला है जिन्होंने दिसंबर में कहीं जाने के लिए एडवांस में टिकट बुक कर रखा है.
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नई दिल्लीः देश में कोरोना काल (Coronavirus Pandemic) के बीच सोशल मीडिया (Social Media) पर तमाम तरह की खबरें वायरल हो रही हैं. पिछले दिनों खबर आई थी कि कोविड-19 के प्रकोप के बढ़ने से एक बार फिर से देशव्यापी लॉकलाउन (Lockdown) लगने वाला है. हालांकि, बाद में ये खबर फर्जी निकली. इस बीच अब वॉट्सऐप एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि 1 दिसंबर से सभी ट्रेनों की सेवाएं बंद होने वाली हैं. यकीनन ये मैसेज उन लोगों को परेशानी में डालने वाला है जिन्होंने दिसंबर में कहीं जाने के लिए एडवांस में टिकट बुक कर रखा है और इसलिए आपको इस संदेश पर गौर करना जरूरी है कि ये सच है या झूठ.
ऐसी कोई योजना नहीं
इस वायरल मैसेज को लेकर जब फैक्ट्स की जांच की गई तो पता चला कि ये सूचना सरासर गलत है. सरकार की ओर से प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इस खबर को गलत बताया है. PIB ने एक पोस्ट में लिखा कि रेल मंत्रालय ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है. भारत सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है. वायरल हो रहे मैसेज में दावा किया जा रहा है कि रेलवे COVID-19 स्पेशल ट्रेनों सहित सभी ट्रेनों का 1 दिसंबर के बाद परिचालन बंद कर देगी.
It is claimed in a #WhatsApp forward that all trains including the #COVID19 special trains will stop operating after 1st December. #PIBFactCheck: This claim is #Fake. @RailMinIndia has taken no such decision on halting of train services after 1st December. pic.twitter.com/3ZeGyCEaOw
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) November 23, 2020
उत्तर पश्चिम रेलवे की रद्द हुईं ट्रेन सेवाएं
जानकारी के लिए आपको बता दें कि उत्तर पश्चिम रेलवे ने जरूर संरक्षा व तकनीकी कारणों के चलते 12 त्योहार स्पेशल ट्रेनों को रद्द किया है. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील बेनीवाल ने बताया कि संरक्षा व तकनीकी कारणों से उत्तर पश्चिम रेलवे में प्रतिदिन चलने वाली ट्रेनें 30 नवंबर तक के लिए रद्द कर दी गई हैं.
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सरकार भी करती है फेक खबरों से सावधान
मालूम हो कि इंटरनेट के जरिए वायरल होने वाली इस तरह की खबरें सच नहीं होती हैं. खुद भारत सरकार भी देश के लोगों से इस तरह की खबरों से सावधान रहने के लिए तमाम दफा कहती रही है. कोविड-19 के दौरान फर्जी खबरों की जांच-पड़ताल के लिए सरकार ने पीआईबी को जिम्मेदारी दी है. प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) ने इंटरनेट पर फर्जी खबरें और अफवाहों को रोकने के लिए दिसंबर 2019 में इस फैक्ट चैकिंग विंग को लॉन्च किया था. इसका उद्देश्य इंटरनेट पर सरकार की नीतियों और योजनाओं से संबंधित फैल रही गलत सूचनाओं पर अंकुश लगाना है.