महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को भाई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्य के खजाने में तेजी से कमी के बारे में लिखा है.
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नई दिल्ली: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को भाई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्य के खजाने में तेजी से कमी के बारे में लिखा है. उन्होंने लिखा है कि कोरोना (Corona) के दौरान इस खजाने को बढ़ाने की जरूरत है.
एमएनएस प्रमुख ने सुझाव दिया है कि शराब की दुकानों को खुला रखने से रिवेन्यू में कमी नहीं आएगी और इसका प्रयोग कल्याणकारी उद्देश्य में किया जा सकता है.
राज ठाकरे ने कहा कि शराब से राज्य के लिए उत्पन्न होने वाले उत्पाद शुल्क की सीमा प्रतिदिन 41.66 करोड़ रुपए, मासिक 1,250 करोड़ रुपए और सालाना 14,000 करोड़ रुपए है.
एक फेसबुक पोस्ट में राज ठाकरे ने लिखा कि यह लॉकडाउन कब तक जारी रहेगा इसका पता नहीं लगाया जा सकता है. ऐसे समय में शराब की दुकानों को खुला रखने से राज्य को रिवेन्यू मिलना शुरू हो जाएगा. इस विकल्प को खुला रखने से कोई नुकसान नहीं है.
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उन्होंने कहा कि शराब की दुकान खुली रखने का मतलब यह नहीं है कि हम शराब उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं या उनकी देखरेख कर रहे हैं. इसका मतलब केवल राज्य के लिए रिवेन्यू को बढ़ाना है.
उन्होंने आगे कहा कि राज्य में शराब बंदी नहीं थी और लॉकडाउन से पहले शराब की दुकानें खुली थीं. मनसे प्रमुख ने यह भी कहा कि राज्य सरकार को ऐसे महत्वपूर्ण समय में कुछ नैतिक मुद्दों में फंसने की बजाय आवश्यक निर्णय लेने की कोशिश करनी चाहिए.
राज ठाकरे ने ये भी कहा कि वास्तविकता का सामना करें और इसका समाधान ढूंढें. सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य निर्देश स्वाभाविक रूप से इन दुकानों में भी बिक्री प्रक्रिया के लिए लागू होंगे.
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राज ठाकरे ने रेस्त्रां को खुला रखने का भी सुझाव दिया क्योंकि वे केवल मुंबई और अन्य शहरों में एक सुखदायक जगह नहीं हैं बल्कि एक आवश्यकता हैं. ठाकरे ने कहा कि बीते 35 दिनों से महाराष्ट्र में रेस्टोरेंट और कैंटीन बंद हैं.
राज ठाकरे ने बाकी जरूरी सेवाओं को भी खोलने की बात कही. उन्होंने सब्जियां, फल, दूध, बेकरी और जनरल स्टोर को खोलने की बात कही. राज ने कहा कि कई जगहों पर ये खुले हुए हैं लेकिन इन्हें ऑर्गनाइज करने की जरूरत है.