गहलोत vs पायलट: राजस्‍थान उपचुनाव के नतीजों पर टिका इन दिग्‍गजों का दांव, अग्निपरीक्षा में CM वसुंधरा 'फेल'
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गहलोत vs पायलट: राजस्‍थान उपचुनाव के नतीजों पर टिका इन दिग्‍गजों का दांव, अग्निपरीक्षा में CM वसुंधरा 'फेल'

ये चुनाव राजस्‍थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्‍यक्ष सचिन पायलट के लिए भी चुनाव है. ऐसा इसलिए क्‍योंकि पहली बार उनके नेतृत्‍व में कांग्रेस चुनाव लड़ रही है.

अशोक गहलोत और सचिन पायलट (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: अलवर, अजमेर लोकसभा उपचुनावों के नतीजे बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए ही अहम परीक्षा के रूप में देखा जा रहा था, जिसमें बाजी विपक्षी दल ने मारी है. मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे दो लोकसभा और एक विधानसभा सीटें गंवाकर बीजेपी के दबदबे को गंवा बैठी हैं. इस साल के आखिर में राजस्‍थान में उपचुनाव होने जा रहे हैं. इसलिए ये चुनाव एक तरह से उनके लिए सत्‍ता के सेमीफाइनल की तरह है. हालांकि सेमीफाइनल मुकाबले में कांग्रेस ने बीजेपी को पटखनी दे दी है.

  1. इस साल के अंत में राजस्‍थान में होने जा रहे चुनाव
  2. वसुंधरा राजे के लिए यह उपचुनाव लिटमेट टेस्‍ट
  3. कांग्रेस के दोनों खेमों की चुनावों पर पैनी नजर

कांग्रेसी दांव
ये चुनाव राजस्‍थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्‍यक्ष सचिन पायलट के लिए भी चुनाव है. ऐसा इसलिए क्‍योंकि पहली बार उनके नेतृत्‍व में कांग्रेस चुनाव लड़ रही है. दूसरी बात यह है कि अलवर क्षेत्र में उनका अच्‍छा प्रभाव माना जाता है. वहीं दूसरी ओर पूर्व मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत कैंप की भी इन चुनावों पर पैनी नजर है. यदि कांग्रेस उम्‍मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाती है तो अशोक गहलोत कैंप एक बार फिर पार्टी में वर्चस्‍व स्‍थापित करने की कोशिश करेगा.

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इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि गुजरात में अशोक गहलोत के कांग्रेस प्रभारी रहते हुए पार्टी ने दमदार प्रदर्शन किया है. उसके बाद अशोक गहलोत कांग्रेस के नए 'चाणक्‍य' बनकर उभरे हैं. हालांकि राजस्‍थान में पिछला विधानसभा चुनाव हारने के बाद गुजरात में कांग्रेस के प्रदर्शन के बूते गहलोत के सियासी करियर को नई राह मिली है.

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मिनी इलेक्‍शन
हालांकि कांग्रेस इन उपचुनावों को मिनी इलेक्‍शन करार दे रही है. उसका कहना है कि अलवर और अजमेर लोकसभा सीटों में 8-8 विधानसभा सीटें हैं. इसी तरह मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हो रहा है. कांग्रेस खेमे के मुताबिक इस तरह राज्‍य की कुल 200 विधानसभा सीटों में से 17 पर जनादेश इन उपचुनावों के जरिये आएगा.

उपचुनाव
राजस्थान की अलवर, अजमेर लोकसभा और मांडलगढ़ विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव के मतों की गणना जारी है. शुरुआती रुझानों में राजस्थान की सभी 3 सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है. ट्रेंड्स के आते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई है. राज्य निर्वाचन विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि अजमेर और अलवर लोकसभा सीट के लिए मतों की गणना का काम अजमेर और अलवर में होगा जबकि माडलगढ़ विधानसभा सीट के मतों की गणना भीलवाड़ा में चल रही है.

गौरतलब है कि यह उपचुनाव भाजपा सांसद प्रो सांवर लाल जाट (अजमेर), सांसद चांद नाथ योगी (अलवर) और विधायक कीर्ति कुमारी(मांडलगढ़) के निधन के बाद यह सभी सीटें खाली हो गई थी, जिसके बाद इन पर उपचुनाव कराए गए. 29 जनवरी को इन तीनों सीटों पर मतदान हुआ था. अलवर लोकसभा सीट पर भाजपा के जवंसत सिंह यादव, कांग्रेस के डॉ. करण सिंह यादव, अजमेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के रधु शर्मा और भाजपा के रामस्वरूप लाम्बा के बीच, जबकि मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर भाजपा के शक्ति सिंह हाडा का कांग्रेस के विवेक धाकड़ के बीच कड़ा मुकाबला है. उधर पश्चिम बंगाल की उलुबेरिया लोकसभा और नवपाड़ा विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव की मतगणना जारी है. शुरुआती रुझानों में नवपाड़ा सीट पर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस आगे चल रही है.

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