Ajmer: अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई- विधायक सुरेश टांक
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Ajmer: अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई- विधायक सुरेश टांक

विधायक टांक ने उपखंड मुख्यालय पर बेतहाशा बढ़ रहे अतिक्रमण को रोकने में नाकाम जिम्मेदार कार्मिकों पर नाराजगी व्यक्त की.

विधायक सुरेश टांक

Ajmer: राजस्थान के अजमेर में विधायक सुरेश टांक (Suresh Tank) ने उपखंड अधिकारी और तहसीलदार के साथ क्षेत्र के गांवों का दौरा किया. यहां सिवाचयक, चारागाह, आबादी भूमि में व्याप्त अतिक्रमण के चलते विवादित भूमि का निरीक्षण किया गया. ग्रामीणों के अतिक्रमण की शिकायत के चलते विधायक टांक खुद मौके पर पहुंचे. उन्होंने अधिकारियों को अतिक्रमण रोकने और नाकाम रहने वालेसंबंधित कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए. उपखंड मुख्यालय अरांई पर चारागाह, सिवायचक सहित आबादी भूमि पर अतिक्रमण की बाढ़ आई हुई है. कथित प्रशासनिक उदासीनता के चलते बेशकीमती जमीनों पर बेधड़क अतिक्रमण किया जा रहा है.  

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आरोप है कि कुछ प्रभावशाली लोग सरकारी जमीन को अतिक्रमण के बाद महंगे दामों पर बेच भी रहे हैं. प्रशासन गांवों के संग सहित जन समस्या समाधान विचारों में लगातार अतिक्रमण की शिकायत मिल रही थी. इस पर विधायक टांक बुधवार को चौसला पहुंचे. यहां अरांई रोड़ स्थित सावर्जनिक तालाब के पेटे में उपखंड अधिकारी खेमाराम यादव, तहसीलदार आशीष सोनी, थानाधिकारी जयसुल्तान सिंह कविया के साथ मौका मुआयना किया. इस दौरान विधायक टांक ने विवादास्पद भूमि से उपखंड अधिकारी को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए. उन्होंने एसडीओ से तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश कर विवादित भूमि को पूर्ण रूप से खाली करवाया जाए. यहां रह रहे लोगों को आबादी भूमि में जमीन आवंटित करने की कार्यवाही करें. इस विवादित जमीन को सरकारी कार्यालयों के उपयोग आरक्षित करने के निर्देश दिए.

जिम्मेदारों पर होगी कार्यवाही
विधायक टांक ने उपखंड मुख्यालय पर बेतहाशा बढ़ रहे अतिक्रमण को रोकने में नाकाम जिम्मेदार कार्मिकों पर नाराजगी व्यक्त की. टांक ने अरांई मुख्यालय और तेजपुरिया के पास हो रहे अतिक्रमण का मौका मुआयना किया. यहां उपखंड अधिकारी यादव ने बताया कि चारागाह, सिवायचक सहित सरकारी भूमि हो रहे अतिक्रमण को चिह्नित किया जा रहा है. कच्चे-पक्के मकान, गुमटियां, चारदिवारी बनाकर किए अतिक्रमण को अगले सात दिन में हटाने की कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने विधायक को बताया कि पंचायत और राजस्व विभाग को पाबंद कर दिया गया है. अतिक्रमण रोकने में जिम्मेदार पाए गए लापरवाह कार्मिक के खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी.

अतिक्रमण की बाढ़
प्रशासनिक उदासीनता के चलते उपखंड मुख्यालय पर ही बेतहाशा अतिक्रमण हो रहा है. कस्बे के कच्ची सडक़, मालपुरा रोड़, सिरोंज रोड़, डांग रोड़, किशनगढ़ रोड़, कोडिया सागर के पास आदि क्षेत्र में करोड़ों की बेशकीमती जमीन पर बिना रोक-टोक कब्जा किया जा रहा है. हालात यह है कि अतिक्रमण के बाद महंगी दरों पर सरकारी जमीन का सौदा किया जा रहा है. अतिक्रमण के चलते कई दफा विवाद की स्थिती भी बन चुकी है. मगर अधिकारियों की कथित उदासीनता के चलते अतिक्रमियों की मौज हो रही है. कस्बे में पशुओं के चराने के नाम पर चारागाह में कोई जगह नहीं बची है. ग्रामीण लंबे समय से चारागाह और सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए जनसमस्या समाधान शिविर, प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर सहित जिला स्तर के अधिकारियों तक गुहार लगा चुके हैं.

Reporter: Ashok Bhati

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