Ajmer News : राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में शुक्रवार को अजमेर के कायड़ विश्राम स्थली पर राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, डिप्टी सीएम दिया कुमारी, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, और किसान आयोग अध्यक्ष सीआर चौधरी सहित कई प्रमुख नेता व अधिकारी शामिल हुए. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने किसानों और पशुपालकों के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं और विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ किया.


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74 लाख किसानों के खातों में राशि हस्तांतरित


मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस अवसर पर 74 लाख से अधिक किसान एवं पशुपालकों के बैंक खातों में विभिन्न योजनाओं के तहत सीधे धनराशि हस्तांतरित की. इसमें मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि की दूसरी किस्त के रूप में 700 करोड़ रुपये, ड्रिप और फव्वारा सिंचाई के लिए 28 करोड़ रुपये, और अन्य कृषि संबंधित गतिविधियों के लिए 74 करोड़ रुपये का अनुदान शामिल है. इसके अतिरिक्त, सोलर पंप स्थापना के लिए 80 करोड़ रुपये और 3.25 लाख पशुपालकों को 200 करोड़ रुपये की सहायता राशि भी वितरित की गई.



कृषि शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा


कृषि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 10,500 छात्राओं को 22 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार करेगा.



महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत


कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कई नई योजनाओं का शुभारंभ किया. इनमें मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना, ऊंट संरक्षण एवं विकास मिशन, और 100 गौशालाओं में गौ काष्ठ मशीन उपलब्ध कराने की योजना शामिल हैं. इसके अलावा, 200 नए बल्क मिल्क कूलर और 1,000 नए दूध संकलन केंद्रों की शुरुआत की गई. गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 20,000 गोपालकों को 1 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया गया. पीएम कुसुम-बी योजना के अंतर्गत 15,000 किसानों को सोलर पंप के लिए 300 करोड़ रुपये का अनुदान प्रदान किया गया.



ईआरसीपी और यमुना जल योजना से किसानों को उम्मीद


मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) और यमुना जल योजना के माध्यम से प्रदेश के 21 जिलों के किसानों को सीधा लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं राजस्थान के किसानों के लिए जल संकट के समाधान में अहम भूमिका निभाएंगी.



किसानों से संवाद


मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों के किसानों से संवाद कर योजनाओं के लाभ के बारे में जानकारी ली. बाड़मेर जिले के गणेश कुमावत, बूँदी के बद्रीलाल चौधरी, बीकानेर के प्रेमाराम, और झालावाड़ के धर्मेंद्र बेरवा सहित कई किसानों ने योजनाओं से हुए लाभ साझा किए.


नेताओं ने सराहा मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण


कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा, "देश में विकास तब तक अधूरा है जब तक किसान के चेहरे पर मुस्कान न हो. मुख्यमंत्री खुद किसान परिवार से हैं, इसलिए वे किसानों की समस्याओं से भलीभांति परिचित हैं." डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने मुख्यमंत्री द्वारा शुरुपये की गई योजनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा, "यह आयोजन किसानों के सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा."


केंद्र और राज्य की योजनाओं का तालमेल मुख्यमंत्री शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को 6,000 रुपये दिए जा रहे हैं. राज्य सरकार ने इसमें 2,000 रुपये अतिरिक्त जोड़कर किसानों को मजबूत करने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के लिए पिछले एक साल में ऐतिहासिक कार्य किए हैं, जो उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएंगे.


आगे की योजनाएं और संकल्प मुख्यमंत्री ने वादा किया कि 2027 तक सभी किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराई जाएगी. उन्होंने किसानों के लिए जल, ऊर्जा, और पशुपालन के क्षेत्र में नए अवसर सृजित करने का आश्वासन दिया. राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन ने प्रदेश के किसानों के विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जयपुर के लिए रवाना हो गए.


Reporter- Abhijeet Dave