उत्तर-पश्चिम रेलवे मजदूर संघ अजमेर मंडल की और से 27 मार्च से शुरू किए गए विरोध सप्ताह के तहत शुक्रवार को ब्यावर रेलवे स्टेशन पर संघ पदाधिकारियों और सदस्यों ने विरोध-प्रदर्शन किया.
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Beawar: उत्तर-पश्चिम रेलवे मजदूर संघ अजमेर मंडल की और से 27 मार्च से शुरू किए गए विरोध सप्ताह के तहत शुक्रवार को ब्यावर रेलवे स्टेशन पर संघ पदाधिकारियों और सदस्यों ने विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान उपस्थित पदाधिकारियों और सदस्यों ने जयपुर-बांद्रा रेल पर विरोध-प्रदर्शन करते हुए अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया.
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विरोध प्रदर्शन के दौरान उपस्थित संघ सदस्यों नें नई पेंशन नीति को वापस लेकर पुरानी पेंशन नीति को लागू करने, संरक्षा कोटे के कर्मचारियों को तनावमुक्त वातावरण उपलब्ध करवाये जाने, प्रत्येक वर्ष जीडीसीआई का चयन सुनिश्चित करवाने, सभी के लिए एलडीसीआई ओपन करने, रेलवे आवासों की जर्जर अवस्था को सुधारने, अतिरिक्त कार्य के लिए समयोपरि भत्ते का भुगतान सुनिश्चित करने सहित अन्य मांगों के समर्थन में नारे लगा रहे थे. विरोध प्रदर्शन के दौरान मंडल सचिव और महामंत्री एसआई जैकप ने कहा कि कोरोना काल में रेल कार्मिकों ने अपनी जान पर खेलकर अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया हैं.
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इस दौरान कई कार्मिकों की मौत भी हो गई लेकिन केन्द्र सरकार की ओर से उन्हें किसी भी प्रकार को कोई मुआवजा नहीं दिया है. ब्यावर शाखा अध्यक्ष ओमप्रकाश रावत ने कहा कि देश के सांसद और विधायक पांच साल के बाद पेंशन के हकदार हो जाते है लेकिन 40 वर्षों की सेवा के उपरांत भी रेल कर्मचारियों को पेंशन का लाभ नहीं दिया जा रहा है जिसकी सभी रेल कर्मचारी घोर निंदा करते हैं. विरोध प्रधर्शन के दौरान अनिष वाजपेयी, गोपाल भडाणा, आशीष चौधरी, सुरेश तोषावडा, ज्ञानचंद, गजेसिंह, जयगोपाल और तिलोकसिंह सहित अन्य सदस्यगण शामिल थे.
Report: Dilip Chouhan