इस योजना से डेयरी के उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी और किसान की आय भी बढ़ेगी. इस योजना से किसानों को साल भर इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा.
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Bhilwara: सड़कों पर घूमते आवारों पशुओं (Stray Animals) से जल्द ही भीलवाड़ा (Bhilwara) जिले को निजात मिलेगी साथ ही इनकी नस्ल में भी सुधार होगा. प्रदेश में पहली सेक्स सोर्टेड सीमन योजना (Sex sorted semen scheme) की भीलवाड़ा सरस डेयरी (Bhilwara Saras Dairy) और हिंदुस्तान जिंक ने संयुक्त रुपये से शुरुआत की है.
डेयरी चेयरमैन रामलाल जाट (Ramlal Jaat) ने कहा कि प्राकृतिक गर्भाधान की मांग कम होने के कारण नर गोवंश की उपयोगिता कम हो गई है. इस समस्या के निजात के लिए सेक्स सोर्टेड सीमन से कृत्रिम गर्भाधान की योजना शुरू की गई. इसके बाद किसानों को सीमन उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे बछिया पैदा होने की संभावना 90 प्रतिशत से अधिक रहेगी. साथ ही योजनांतर्गत प्रति कृत्रिम गर्भधान 500/- रुपये का अनुदान भी दिया जाएगा.
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इस योजना से डेयरी के उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी और किसान की आय भी बढ़ेगी. इस योजना से किसानों को साल भर इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा. चेयरमैन जाट ने बताया कि सामान्य सीमन में एक्स और वाई दोनों ही तरह के क्रोमोसोम को कैरी करने वाले स्पर्म होते हैं. यानी एक ही सीमन सैंपल में कुछ स्पर्म एक्स क्रोमोसोम वाले होते हैं तथा कुछ स्पर्म क्रोमोसोम वाई वाले होते हैं. ऐसे सीमन से एआई करने पर यदि एक्स क्रोमोसोम वाला स्पर्म अंडे को फर्टिलाइज करता है तो बछिया पैदा होती है और यदि वाई क्रोमोसोम वाला क्रोमोसोम अंडे को फर्टिलाइज करता है तो बछड़ा पैदा होता है.
बछिया पैदा होने के बढ़ जाते हैं चांस
सेक्स सोर्टेड सीमन में सिर्फ एक ही तरह के क्रोमोजोम एक्स या वाई को कैरी करने वाले स्पर्म होते हैं. यानी एक सीमन सैंपल में सभी स्पर्म वाई क्रोमोसोम कैरी करने वाले होते हैं या सभी स्पर्म एक्स क्रोमोसोम कैरी करने वाले होते हैं या वाई क्रोमोसोम वाले सेक्सड सीमन से. एक्स करने पर बछिया पैदा होती तथा वाई क्रोमोसोम वाले सेक्सड सीमन से ए वन करने पर बछड़ा पैदा होता है, इसलिए इस तकनीक के इस्तेमाल से 90 प्रतिशत बछिया ही पैदा होती है.
जिला कलक्टर ने कही यह बड़ी बात
जिला कलक्टर शिवप्रसाद नकाते ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि चेयरमैन रामलाल जाट के माध्यम से डेयरी में किए जा रहे कार्य और नवाचारों के जरिए ही भीलवाड़ा डेयरी प्रदेश ही नहीं, देश ने अपनी विशिष्ट पहचान रखती है. उन्होंने कहा कि जाट के किसान नेता होने के नाते पर किसानों की हर समस्या को समझ कर उसके समाधान का प्रयास करते हैं. इसी दिशा में आज उन्होंने हिंदुस्तान जिंक के सहयोग से एक क्रांति की शुरुआत की है, जिसका महत्व आने वाले कुछ सालों में नजर आएगा. उन्होंने कहा कि डीएमीफटी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रो में किस तरह अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैया करवाई जाए, इसके किए भी डेयरी के जरिए प्रयास किए जाएंगे.
हिंदुस्तान जिंक के निदेशक ने श्वेत क्रांति को लेकर कही यह बात
हिंदुस्तान जिंक के निदेशक विनोद कुमार ने इस दौरान आश्वस्त किया कि जिंक सामाजिक सरोकार से जुड़े हर कार्य में अपनी भूमिका निभाने का प्रयास करेगी. डेयरी की प्रबंध सलाहकार आशा शर्मा ने कहा कि जिले में श्वेत क्रांति की दिशा में चेयरमैन रामलाल जाट के नेतृत्व में अभूतपूर्व प्रगति करते हुए देश ने अपना कीर्तिमान स्थापित किया है. कार्यक्रम के दौरान परिषद के पूर्व चेयरमैन ओम नरानीवाल, डेयरी के प्रबंधक विपिन शर्मा, संगीता साहनी सहित जिंक के अधिकारी उपस्थित रहे.
Reporter- Dilshad Khan