Rajasthan में गमराया किसान कर्जमाफी का मुद्दा, अन्नदाताओं के समर्थन में सड़क पर उतरेगी बीजेपी
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Rajasthan में गमराया किसान कर्जमाफी का मुद्दा, अन्नदाताओं के समर्थन में सड़क पर उतरेगी बीजेपी

राजस्थान में किसान कर्जमाफी का मुद्दा एक बार फिर गरमाने लगा है. एक तरफ जहां गहलोत सरकार कर्जमाफी का दावा कर अपनी पीठ थपथपा रही है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी इसे किसानों के साथ किया गया छलावा करार दे रही है.

Rajasthan में गमराया किसान कर्जमाफी का मुद्दा

Ajmer: राजस्थान में किसान कर्जमाफी का मुद्दा एक बार फिर गरमाने लगा है. एक तरफ जहां गहलोत सरकार कर्जमाफी का दावा कर अपनी पीठ थपथपा रही है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी इसे किसानों के साथ किया गया छलावा करार दे रही है. इसी बीच किसान आत्महत्या के मामले सामने आने के बाद अब बीजेपी हमलावर होती दिख रही है और अब बीजेपी किसान मोर्चा (BJP Kisan Morcha) के प्रदेशाध्यक्ष ने संपूर्ण कर्जमाफी ना होने पर आंदोलन कि चेतावनी दी है.

दरअसल एक ओर सरकार के दावे हैं तो वहीं दूसरी ओर दर्द बयां करते किसानों के हालात हैं. हाल ही में बांदनवाड़ा के पास कुमहरिया गांव में शुक्रवार की रात एक 38 वर्षीय किसान ने बैंक ऋण (Bank loan) ना चुकाने के कारण 'सामाजिक रूप से बदनाम' होने पर कथित रूप से आत्महत्या करने का प्रयास किया. कुमहरिया गांव के किसान लादूराम गुर्जर (38) ने किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan credit card) के जरिए अपनी 30 बीघा जमीन को जब्त कर बैंक से करीब 1 लाख 20 हजार रूपये का केसीसी कर्ज (KCC Loan) लिया था. गुर्जर को 2.32 लाख रुपये चुकाने का नोटिस मिला, बैंक की ओर से गांव में कई जगहों पर जमीन नीलाम करने संबंधित नोटिस चस्पा किए गए. जिसमें यह भी कहा गया कि अगर वह कर्ज का भुगतान नहीं कर पाए तो उनकी जमीन की नीलामी 19 जनवरी को कर दी जाएगी.

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इस पूरे मामले को लेकर पीड़ित परिजन बताते हैं कि जमीन की नीलामी (Land Auction) के डर से वो बेहद परेशान थे क्योंकि कम बारिश होने की वजह से उनकी फसलें खराब हो गई थी और साथ ही स्वास्थ्य कारणों की वजह से वो लोन चुकाने में असमर्थ हो चुके थे. नीलामी का नोटिस ग्राम पंचायत के आईटी केंद्र सहित पूरे गांव में चस्पा कर दिया गया था, जिसको लेकर बैंक अधिकार नियमित रूप से फोन कर धमाकियां दे रहे थे. फिर जमीन नीलामी को लेकर पूरे गांव में नोटिस चस्पा कर दिया गया और बस इसी बात से आहत होकर उसने शुक्रवार की रात फांसी लगाने की कोशिश की. गनीमत रही कि वक्त रहते लोगों ने उन्हें नीचे उतार लिया और जान बच गई.

ऐसी घटनाएं सामने आने के बाद बीजेपी (Rajasthan BJP) अब इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में लगी है. भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हरिराम रिणवा ने बताया कि यह प्रदेश में एक अलग तरह का केस है जिसमे पीड़ित किसान लादूराम गुर्जर लंबे समय से टीबी रोग से ग्रस्त है, जिसके पास रहने को पक्का मकान नहीं है, किसान के छोटे छोटे बच्चे हैं. ऐसे में उनका सम्पूर्ण कर्ज माफ होना चाहिए.

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इसी क्रम में आने वाले सप्ताह में प्रदेश भर में उपखंड मुख्यालयों, जिला मुख्यालयों पर किसानों की सम्पूर्ण कर्जमाफी (complete loan waiver of farmers) के लिए सरकार के खिलाफ ज्ञापन देकर आंदोलन और धरना प्रदर्शन करेंगे. इस दौरान भिनाय पूर्व सरपंच तुलसीराम खींची, मनीष कुमार छीपा, कान्हाराम गुर्जर, भाजपा नेता सुरजकरन गुर्जर खटाणा का खेड़ा सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे. 

पीड़ित के आत्महत्या की कोशिश करने की सूचना मिलने पर बैंक एवं स्थानीय प्रशासन की ओर से नीलामी पर रोक लगा दी गई है. इस बीच जिला कलेक्टर अंश दीप ने मामले की जांच के लिए एक टीम भेजी है. जिलाधिकारी ने कहा कि वसूली का मामला पुराना है क्योंकि राज्य सरकार (Gehlot Sarkar) की ओर से नए निर्देश पहले ही प्रसारित किए जा चुके हैं. ऐसे में किसान समझ नहीं पा रहे हैं कि उनका आने वाला भविष्य कैसा होगा. 

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