Makrana: आरपीएफ जवान ने भिखारी को बुरी तरह से पीटा, वीडियो वायरल होने के बाद हुई कार्रवाई
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Makrana: आरपीएफ जवान ने भिखारी को बुरी तरह से पीटा, वीडियो वायरल होने के बाद हुई कार्रवाई

नागौर जिले के मकराना रेलवे स्टेशन पर सोते हुए दो भिखारियों के साथ एक आरपीएफ कर्मी द्वारा बुरी तरह से मारपीट और गाली-गलौच का वीडियो वायरल हुआ है.

आरपीएफ जवान ने  भिखारी को बुरी तरह से पीटा

Makrana: राजस्थान के नागौर जिले के मकराना रेलवे स्टेशन पर सोते हुए दो भिखारियों के साथ एक आरपीएफ कर्मी द्वारा बुरी तरह से मारपीट और गाली-गलौच का वीडियो वायरल हुआ है. आरपीएफ कर्मी द्वारा बुरी तरह से मारपीट के बाद भिखारी ने बीती रात को तड़पते हुए दम तोड़ दिया जिसके बाद मामला काफी गरमा गया है और आरपीएफ कर्मी को भी सस्पेंड कर दिया गया है.

वर्दी के जोश में इंसानियत तार-तार
बता दें कि मकराना रेलवे स्टेशन का एक विचलित कर देने वाला वीडियो वायरल हुआ है और इस वायरल वीडियो में एक वर्दीधारी पुलिसकर्मी दो खानाबदोश भिखारियों के साथ बुरी तरह से गाली गलौच और मारपीट करता नजर आ रहा है. वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि एक पुलिसकर्मी पहले एक बूढ़े भिखारी को गालियां निकाल रहा है और उसके बाद उसी भिखारी को लात मार रहा है. वर्दीधारी वर्दी के जोश में इंसानियत को तार-तार करते हुए यहां नजर आ रहा है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
जानकारी के अनुसार यह वीडियो 19 जनवरी की रात्रि का है जब एक आरपीएफ का हेडकांस्टेबल रामप्रताप रोलन मकराना रेलवे स्टेशन के टिकट खिड़की के पास बने प्रतीक्षालय में सो रहे दो भिखारियों के साथ ऐसा अमानवीय बर्ताव कर रहा है. भिखारी के साथ मारपीट का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बीते शुक्रवार की रात्रि को तड़पते हुए भिखारी ने वहीं प्रतीक्षालय में अपनी अंतिम सांस ली जिसके बाद स्थानीय लोगों की सहायता से जीआरपी पुलिस ने शव को उप जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया है. दोपहर बाद जब मृतक अब्दुल अजीज पुत्र नूरा उम्र 86 वर्ष निवासी बंदिया बेरा मकराना की एक पुत्री जन्नत अपने पति और ससुराल के लोगों के साथ रेलवे स्टेशन पहुंची जिसने पुलिस को लिखित में रिपोर्ट भी दी है और इसके अलावा इस मामले में घटना को लेकर लोगों में काफी रोष देखने को मिला और ब्लॉक कांग्रेस के संगठन महामंत्री मोहम्मद शफी उर्फ बबलू गैसावत ने भी हत्या की रिपोर्ट दी है. 

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हेड कांस्टेबल को किया गया सस्पेंड
वहीं पुलिस द्वारा पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम करवाने की तैयारी की जा रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी जोधपुर के डीवाईएसपी किशन सिंह और आरपीएफ जोधपुर के असिस्टेंट कमांडेंट ईश्वर सिंह मौके पर मौजूद है. साथ ही जीआरपी और आरपीएफ के जवान भी तैनात किए गए है इसके अलावा सिविल पुलिस मकराना और परबतसर थाने को भी मौके पर तैनात किया गया है और मकराना थाना अधिकारी रोशनलाल भी मौके पर ही मौजूद है. आरपीएफ के हेड कांस्टेबल रामप्रताप को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही पुलिस की ओर से मृतक के परिजनों और आक्रोशित लोगों से समझाइश का दौर भी जारी है.

क्या कहना है डीवाईएसपी किशन सिंह का
डीवाईएसपी किशन सिंह ने बताया कि बीती रात 9:00 बजे अचेत अवस्था में वृद्ध पढ़ा था जिसको जीआरपी ने हॉस्पिटल पहुंचाया है और मृतक अब्दुल अजीज के रूप में पहचान कर ली गई है. परिवार के लोग आए है और उनके द्वारा जो रिपोर्ट दी जाएगी उसके आधार पर मामला दर्ज कर जांच की जाएगी. वायरल वीडियो की जांच चल रही है फिलहाल एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है.

क्या कहा असिस्टेंट कमांडेंट ईश्वर सिंह ने
असिस्टेंट कमांडेंट ईश्वर सिंह ने बताया कि वीडियो को देखा नहीं है. वीडियो सत्य है जो 19 जनवरी का बताया जा रहा है. आरपीएफ जवान द्वारा मुसाफिर खाने से गाली-गलौच होने पर उसे बाहर निकाला जा रहा था. जवान के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई होगी फिलहाल उसे सस्पेंड कर दिया गया है. लॉ एंड ऑर्डर की जिम्मेदारी जीआरपी की है और रेलवे की संपत्ति की जिम्मेदारी आरपीएफ की है.

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क्या बताया सफी मोहम्मद ने 
सफी मोहम्मद ने बताया कि वो रात्रि में मुसाफिर खाने आया था जहां पर टिकट खिड़की के पास से चिल्लाने की आवाज आ रही थी और जहां पर जाकर देखा तो एक पुलिसकर्मी लातों घुसो से एक व्यक्ति के साथ मारपीट कर रहा था और दूसरे व्यक्ति जिसकी मृत्यु हुई है अब्दुल अजीज उसको बाल पकड़कर भी मार रहा था.

वैसे तो मोहम्मद शफी ने मुझे 19 तारीख को घटना के बारे में जानकारी दी थी कि आरपीएफ के जवान पूछताछ खिड़की के पास 2 बुजुर्गों के साथ मारपीट कर रहे है और इतना बेरहमी से पीटा की वहीं पर ही वे लोग बेहोश हो गए. जब अब्दुल अजीज की मृत्यु हो गई तो उन्होंने पूरे मामले को लेकर कहा कि मृतक अब्दुल अजीज के परिवार के लोग निर्धन है जो कानूनी कार्रवाई करने में असमर्थ है और पुलिस भी उनके परिजनों को डरा धमका रही है. इसलिए उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता होने के कारण अपनी तरफ से हत्या की रिपोर्ट पेश की है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

Report: Hanuman Tanwar

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