Bhilwara: औद्योगिक नगरी भीलवाड़ा के नए जिला कलक्टर आशीष मोदी ने सोमवार को कार्यभार संभालने के बाद आमजन को संवेदनशील प्रशासन देने को अपनी पहली प्राथमिकता बताया है. उन्होंने कहा कि भौगोलिक रूप से विशाल जिले के बाशिंदों को अपने कामकाज के लिए जिला मुख्यालय के लिए चक्कर नहीं काटने पड़े और प्रशासन से जुड़ा उनका काम उनके स्थान पर ही हो जाए, यह सुनिश्चित करने का पूरा प्रयास किया जाएगा. 


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आशीष मोदी अपने कक्ष में स्थानीय पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत करते हुए युवा आईएएस मोदी ने कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों से सीधे तौर पर मिलना चाहते हैं. उन्हें ऑफिस की बजाए फील्ड का कलक्टर बनना है. वे चाहते हैं कि लोगों की समस्याएं सुनकर उनका ऑन दी स्पॉट निराकरण करवाया जाए. वे यह भी सुनिश्चित करेंगे कि प्रशासन के सभी अंग अपनी जिम्मेदारी समझते हुए काम करें.


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भीलवाड़ा औद्योगिक नगरी है और यहां उद्योग का विकास हो ऐसे प्रयास होंगे. मोदी ने कहा कि फिलहाल उनकी पहली और महत्वपूर्ण प्राथमिकता कोविड की तीसरी लहर से भीलवाड़ा को मुक्त करवाना होगी. जिला कलक्टर ने बताया कि यहां पूर्व में जो आईएएस अधिकारी कलक्टर रह कर गए हैं, उनमें से अधिकांश ने उन्हें भीलवाड़ा के बारे में बहुत सकारात्मक फीडबैक दिया है. लिहाजा, वे भी यहां आमजन के साथ जुड़कर काम करना चाहते हैं. 


गौरतलब है कि आशीष मोदी का परिवार मूल रूप से राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र का है. व्यवसाय के सिलसिले में उनका परिवार वर्षों पहले झारखंड और कोलकाता पहुंचा. उनकी अपनी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई झारखंड में हुई. बाद में उन्होंने आईआईटी खडगपुर से इंजीनियरिंग की. भीलवाड़ा कलक्टर के पद पर पदस्थापित होने से पहले मोदी जैसलमेर के कलेक्टर और उससे पूर्व कार्मिक विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत थे. 


Reporter- Dilshad Khan