Ajmer: कानूनी पेचीदगियों में फंसे सहारा इंडिया के निवेशकों ने अब सहारा इंडिया परिवार के एजेंट्स को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. नतीजा अब सहारा इंडिया परिवार (Sahara India family) के अभिकर्ताओं को अब अपनी जान माल के नुकसान की आशंका होने लगी है.
यही वजह है कि आज अजमेर में सहारा इंडिया के अभिकर्ताओं ने अपने संगठन राष्ट्रीय एकता फाउंडेशन के बैनर तले अजमेर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और सरकार से अपनी जानमाल की सुरक्षा की गारंटी मांगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढे़ं- पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट पहुंचे Ajmer, Congress नेताओं में स्वागत को लेकर मची होड़


अभिकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सहारा इंडिया परिवार में निवेश के लिए उन्हें अभिकर्ता के रूप में नियुक्ति भारत सरकार की नियामक संस्थाओं के नियमो के तहत दी गयी थी. भारत सरकार के नियमो के अधीन ही उन्होंने लोगो के पैसो का निवेश करवाया लेकिन अब जब यह पूरा मामला कानूनी पेचीदगियो में उलझ गया है तो लोग उन्हें परेशान कर रहे हैं. सहारा इंडिया परिवार के अभिकर्ताओं ने सरकार से अपनी जानमाल की सुरक्षा की मांग की है.


लगभग 300 करोड़ रुपये के भुगतान अटके


सहारा इंडिया परिवार अभिकर्ताओं के संगठन राष्ट्रीय एकता फाउन्देशन के प्रदेश सचिव गिरधारी सिंह के अनुसार सहारा इंडिया परिवार में निवेश करने वाले लोगो का करोड़ों रुपया फिलहाल कानूनी पेचीदगियों में उलझा हुआ है. बात यदि केवल अजमेर संभाग की की जाए तो यह राशि तीन सौ करोड़ रुपये से अधिक है. पूरे राजस्थान में यह एक बड़ी राशि है जिसका भुगतान फिलहाल कम्पनी द्वारा नहीं किया गया है.


यह भी पढे़ं- पिता के मारपीट से परेशान बच्ची ने उठाया ये खौफनाक कदम, NGO ने नाबालिग की बचाई जान


ऐसे में निवेशक अब निवेश अभिकर्ताओं को परेशान कर रहे हैं. कई स्थानों पर निवेश अभिकर्ताओं के खिलाफ भी लोगों ने मुकदमे दर्ज करवाए हैं. जबकि अब भुगतान की जिम्मेदारी सहारा इंडिया परिवार और सरकार की है क्योंकि उनके द्वारा सम्पूर्ण निवेश नियामक संस्थाओं के नियमों के अनुसार ही करवाया गया है.