Ajmer: ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जा रहें हैं तो रखें समान का ध्यान, यहां लपका गिरोह है सक्रिय
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Ajmer: ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जा रहें हैं तो रखें समान का ध्यान, यहां लपका गिरोह है सक्रिय

विश्व प्रसिद्ध महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में जियारत करने हजारों जायरीन प्रतिदिन आते जाते हैं.

रगाह बाजार, नला बाजार, पन्नी ग्राम चोक, डिग्गी बाजार, कमानी गेट, अंदर कोट, धान मंडी और दिल्ली गेट तक लपका गिरोह सक्रिय हैं.

Ajmer: विश्व प्रसिद्ध महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में जियारत करने हजारों जायरीन प्रतिदिन आते जाते हैं. दरगाह (Ajmer Dargah) में आने वाले जायरीनों को अवैध तरीके से गाड़ियां चलाने वाले लोग कमीशन के लिए परेशान करते हैं. उन्हें बहुत कम रेट पर तारागढ़, सरवाड़ और पुष्कर ले जाने के बहाने जायरीनों को लुटा जाता है. दरगाह बाजार, नला बाजार, पन्नी ग्राम चोक, डिग्गी बाजार, कमानी गेट, अंदर कोट, धान मंडी और दिल्ली गेट तक लपका गिरोह सक्रिय हैं.

दरगाह में आने जाने वाले जायरीनों को बेवजह परेशान करते हैं. इनकी आड़ में जेब तराश गिरोह सक्रिय रहता है. लपका गिरोह के लोग जैसे ही जायरीन से बातचीत करते हैं मौका देखकर जेबतराश गिरोह अपना काम कर देता है. दरगाह के आसपास करीब रोज लपका गिरोह के 20-30 लोग सक्रिय रहते हैं. दरगाह थाने में प्रतिदिन जेब तराशी का शिकार हुए जायरीन शिकायत दर्ज कराते हैं. 
 
दरगाह थानाधिकारी दलबीर सिंह फौजदार (Ajmer Police ) ने बताया कि जायरीन को लपकों द्वारा परेशान करने की सूचना मिलने पर अब तक 11 लपकों के खिलाफ राजस्थान पर्यटन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है. लपके पहले तो मान मनोव्वल करते हैं लेकिन जब कोई जायरीन नहीं मानता तो उसे परेशान करते हैं, यहां तक कि उन्हें कष्ट देने तक पर उतर आते हैं. जिससे यहां आने वाले जायरीन गलत मैसेज लेकर जाते थे. इसी को ध्यान में रखकर कार्रवाई की गई है. साथ ही आगामी दिनों में भी ऐसे लपकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 

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फौजदार ने साफ कहा कि दरगाह क्षेत्र से ऐसे लपकों और जेब तराश गिरोह को पूरी तरह से सफाया किया जाएगा. हर रोज दरगाह थाने में 5 या 6 मोबाइल चोरी की घटना आती रही है. लगातार हमारी टीम द्वारा कार्यवाही करने से संख्या काफी कम हो गई है, वरना 20 से 30 जेबतराश मोबाईल चोरी की घटना होती थी.

Report : Manveer Singh Chundawat 

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