अलवर के सरिस्का की टहला रेंज जंगल में लगी आग
Advertisement

अलवर के सरिस्का की टहला रेंज जंगल में लगी आग

सरिस्का के टहला रेंज ​स्थित भैंसोटा व जहाज एनीकट के बीच ​स्थित जंगल में आग लगने की सूचना सरिस्का प्रशासन को दोपहर करीब 12 बजे लगी. 

सरिस्का की टहला रेंज जंगल में लगी आग

अलवर: तापमान बढ़ने के साथ ही सरिस्का बाघ परियोजना में आग लगने का सिलसिला जारी है. रविवार को टहला रेंज के भैंसोटा व जहाज एनीकट के बीच जंगल में दोपहर को आग लग गई. सूचना मिलने पर वनकर्मी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने में जुट गए. आसपास के गांवों के ग्रामीण भी आग बुझाने में सहयोग किया. लेकिन रात तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है. आग करीब तीन किलोमीटर क्षेत्र में तीन पहाड़ियों पर फैली हुई है.

सरिस्का के टहला रेंज ​स्थित भैंसोटा व जहाज एनीकट के बीच ​स्थित जंगल में आग लगने की सूचना सरिस्का प्रशासन को दोपहर करीब 12 बजे लगी. बाद में टहला रेंज के वनकर्मियों को आग बुझाने के लिए मौके पर भेजा गया. 

सरिस्का के अ​धिकारी भी मौके पर पहुंचे. दोपहर के समय तापमान बढ़ने और हवा के चलते घास, पत्ती में लगी आग वहां स्थित तीन पहाडि़यों की ओर बढ़ गई. गर्मी व पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण वनकर्मियों को आग बुझाने में परेशानी का सामना करना पड़ा.

आग बढ़ती देख सरिस्का की अन्य रेंजों से भी वनकर्मियों को बुलाया गया. रात तक जंगल व पहाड़ियों पर आग बुझाने के प्रयास जारी रहे. वनकर्मियों के साथ आसपास के गांवों के ग्रामीण, नेचर गाइड, वाहन चालक भी आग बुझाने के प्रयास में जुटे हैं. आग बुझाने के लिए दमकल भी बुलाई, लेकिन पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण दमकल से आग पर काबू नहीं पाया जा सका.

डीएफओ सुदर्शन शर्मा का कहना है 80 प्रतिशत आग पर काबू पा लिया गया है. देवरी से पांडुपोल जाने वाली पगडंडी से आग लगी थी वहां लोगो का आना जाना रहता है. आग के कारणों का पता नही चला है.

गौरतलब है कि सरिस्का में पिछले दिनों अकबरपुर रेंज के पृथ्वीपुरा-बालेटा नाका के नारंडी जंगल में आग लगी थी. इस आग ने विकराल रूप ले लिया, जिसके चलते आग पर काबू पाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर बुलाने पड़े थे. करीब पांच दिन में इस आग पर काबू पाया जा सका. नारंडी वन क्षेत्र में रविवार को भी ठूंठों में आग फिर सुलग गई. इसी एक सप्ताह में सरिस्का के जंगलों में कई बार आग की घटनाएं सामने आ चुकी है.

Trending news