असदुद्दीन ओवैसी का आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान, बताया ये रोडमैप
राजस्थान में करीब डेढ़ साल बाद चुनाव होने है भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख राजनैतिक दलों ने तो अपनी तैयारी शुरू कर दी है. वहीं, केजरीवाल की आम आदमी पार्टी सहित एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है.
Tijara: राजस्थान में करीब डेढ़ साल बाद चुनाव होने है भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख राजनैतिक दलों ने तो अपनी तैयारी शुरू कर दी है. वहीं, केजरीवाल की आम आदमी पार्टी सहित एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है. ओवैसी कल देर शाम अलवर के टपूकड़ा क्षेत्र में पहुंचे थे, यहां उन्होंने कहा कि राजस्थान में हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी जिसके लिए पार्टी ने एक छह सदस्य कोर कमेटी बनाई है जो अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. उसके बाद पार्टी आगे काम करेगी.
दरअसल राजस्थान में भले ही आम आदमी पार्टी व ओवैसी की पार्टी का फ़िलहाल कोई वजूद नहीं है पर पंजाब चुनांव में आप पार्टी की सरकार बनने के बाद अब आम आदमी पार्टी हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व गुजरात सहित राजस्थान पर पूरी निगाह रखे हुए है. वहीं, प्रदेश में अब ओवैसी ने भी दस्तक दे दी है. हालांकि ओवैसी प्रदेश की मुख्य रूप से मेव मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा सीटों पर विशेष नजर रखेगी पर ओवैसी का कहना है कोर कमेटी द्वारा जुलाई में रिपोर्ट देने के बाद प्रत्याशियों पर चर्चा होगी.
माना जा रहा है ओवैसी की पार्टी के चुनांव में उतरने के बाद वह कांग्रेस के ही वोट बैंक में सेंध लगा सकती है, जिसका नुकसान कांग्रेस को होगा. हालांकि यह अभी नहीं कहा जा सकता राजस्थान में ओवैसी की पार्टी को कितनी सफलता मिल पाएगी. हम आपको बता दें कि एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी मंगलवार को राजधानी जयपुर के दौरे पर रहे. इस दौरान यहां पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम राजस्थान के सभी सीटों से चुनाव लड़ेगी.
असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार के साथ-साथ राजस्थान सरकार पर भी जमकर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि आज ख्वाजा हसन मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्ला अली की दरगाह को लेकर बयानबाजी की जा रही है लेकिन कांग्रेस का एक भी नुमाइंदा पूरे मामले में नहीं बोल रहा. वहीं उन्होंने कहा कि आज युवाओं के बीच एआईएमआईएम की लोकप्रियता काफी ज्यादा नजर आ रही है, इसलिए हम एआईएमआईएम को महज अल्पसंख्यकों की सीटों तक पार्टी तक ही सीमित नहीं रखें.
Report- Jugal Gandhi
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