बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ पंचायत समिति के ग्राम पंचायत बस्सी में भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. सरपंच, सचिव मिलकर फर्जी जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा से भुगतान उठा रहे हैं, यहां वर्ष 2021-22 में तालाब सौंदर्यीकरण करने के लिए करीब 18 लाख स्वीकृत हुए.
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Kushalgarh: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ पंचायत समिति के ग्राम पंचायत बस्सी में भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. सरपंच, सचिव मिलकर फर्जी जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा से भुगतान उठा रहे हैं, यहां वर्ष 2021-22 में तालाब सौंदर्यीकरण करने के लिए करीब 18 लाख स्वीकृत हुए. सरपंच और तत्कालीन सचिव ने मिलीभगत कर 38 मजदूरों के फर्जी जॅाब कार्ड बना दिए. यहां न काम शुरू हुआ न कोई मजदूर पहुंचा फिर भी पंचायत ने काम पूरा बताकर मार्च 2022 में 1 लाख 11 हजार 300 रुपये का भुगतान कर दिया.
इस मामले की जांच में सामने आया कि भुगतान उठाने वाले 42 मजदूरों में 38 फर्जी हैं, जिसमें कई तो पंचायत के निवासी भी नहीं हैं और उनके भी फर्जी जॉबकार्ड बनाकर सरपंच और सचिव ने उनके नाम से भुगतान उठा लिया. वहीं जिनके जॉब कार्ड बने हैं, भुगतान उठ रहा है उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं है. गांव में तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए पालबंदी, सीढ़ियां निर्माण, पौधारोपण, गहरीकरण, पीचिंग आदि कार्य मनरेगा के तहत करना था. फर्जी जॅाब कार्ड बनाने के लिए फर्जी बैंक अकाउंट भी बनाए हैं.
तालाब के सौंदर्यीकरण के काम का भुगतान किसने उठाया? इसकी जांच के लिए जब ऑनलाइन चेक किया गया तो फर्जी मजदूरों का खुलासा हुआ. इसी ग्राम पंचायत में पहले भी फर्जी जॅाब कार्ड बनाने का मामला सामने आया था, जिसमें 11.98 लाख रुपये की रिकवरी चल रही है. कुशलगढ़ पंचायत समिति के विकास अधिकारी भरत कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच चल रही है, जिला परिषद ने भी लिखित में दिया है. सचिव को भी नोटिस दिया है. सरपंच के खिलाफ भी कार्रवाई होगी और जांच में 31 फर्जी जॉब कार्ड मिले थे, जो 2018 के बाद ही बने थे.
Reporter: Ajay Ojha
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