बांसवाड़ा जिले मे हजारों बीघा फसल पर संकट मंडराया तो किसानों ने एकजुटता दिखाई. माही विभाग का इंतजार किए बगैर 7 से 8 किलोमीटर नहर में जमा काई, कंटीली झाड़ियां और कचरे को साफ कर दिया.
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Ghari: बांसवाड़ा जिले मे हजारों बीघा फसल पर संकट मंडराया तो किसानों ने एकजुटता दिखाई. माही विभाग का इंतजार किए बगैर 7 से 8 किलोमीटर नहर में जमा काई, कंटीली झाड़ियां और कचरे को साफ कर दिया. इसके बाद माही विभाग ने जल प्रवाह शुरू किया. पर महज कुछ ही घंटों बाद बंद कर दिया. इससे किसानों में आक्रोश है. तो वहीं, अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं. नहर में पानी बंद कर देने से चिडियावासा ,रूजिया और नयापाडा गांव की लगभग 2500 से अधिक बीघा जमीन में बोई गई फसल सूखने की आशंका जताई जा रही है. इससे किसानों को भारी नुकसान होगा.
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राजस्थान के बांसवाडा जिले के चिडियावासा गांव से गुजर रही माही विभाग की नहर में पिछले 7 दिनों से जल प्रवाह बंद कर दिया गया है. किसानों ने जब माही विभाग के अधिकारियों से नहर में पानी छोड़ने की गुहार लगाई तो उन्होने कहा की नहर में कचरा व काई जमा होने से पानी का प्रवाह ठीक से नहीं हो रहा है. ऐसे में नरेगा मजदूरों को लगाकर सफाई कराने के बाद जल प्रवाह किया जाएगा. इसमें करीब 1 सप्ताह लगेगा. इस पर किसानों ने विभागीय प्रक्रिया में और अधिक समय लगने पर गेहूं की फसल सूखने की आशंका पर खुद ही नहर की सफाई करने की ठानी. फिर क्या गांव के सभी किसान व ग्रामीण नहर पर पहुंचे.
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5 से 7 किलोमीटर तक नहर की साफ-सफाई की. नहर से काई और कचरे को साफ कर माही विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी. इसके बाद विभाग ने शाम को नहर में जल प्रवाह शुरू किया. पर कुछ घंटों बाद ही पानी बंद कर दिया. इससे ग्रामीण व किसान विभागीय अधिकारियों के खिलाफ रोष व्यक्त किए. किसानों ने कहा की नहर की सफाई भी हम करें और हमे ही पानी नसीब नहीं हो रहा है. ग्रामीणों ने विभाग को चेताया की अगर इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
Report-Ajay Ojha