Barmer और Sanchore में खुलेआम बिक रहे हैं अवैध अफीम भरे कैप्सूल, 4 आरोपी गिरफ्तार
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Barmer और Sanchore में खुलेआम बिक रहे हैं अवैध अफीम भरे कैप्सूल, 4 आरोपी गिरफ्तार

राजस्थान में नारकोटिक्स ब्यूरो टीम ने बाड़मेर और सांचोर से इन अवैध नशीली दवाओं को बरामद कर चार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. युवाओं को नशे की लत में धकेल कर उनका भविष्य बर्बाद करने के लिए यहां पर अफीम के कैप्सूल बनाकर खुलेआम नो टेंशन ब्रांड के नाम से बेचे जा रहे थे.

Barmer और Sanchore में खुलेआम बिक रहे हैं अवैध अफीम भरे कैप्सूल, 4 आरोपी गिरफ्तार

Barmer News: पश्चिमी राजस्थान युवाओं को नशे की लत में धकेल कर उनका भविष्य बर्बाद करने वाले अवैध ड्रग कार्टेल के खिलाफ नारकोटिक्स ब्यूरो की चार अलग-अलग टीमों ने चार स्थानों पर दबिश देकर एनडीपीएस दवाओं की सबसे बड़ी खेप बरामद करने में सफलता हासिल की है.

नारकोटिक्स ब्यूरो टीम ने बाड़मेर और सांचोर से इन अवैध नशीली दवाओं को बरामद कर चार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. युवाओं को नशे की लत में धकेल कर उनका भविष्य बर्बाद करने के लिए यहां पर अफीम के कैप्सूल बनाकर खुलेआम नो टेंशन ब्रांड के नाम से बेचे जा रहे थे.

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गौरतलब है कि नारकोटिक्स ब्यूरो को लंबे समय से पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर और सांचोर इलाके में अफीम स्मैक एमडी और डोडा पोस्त के नशे की लत के शिकार हो चुके युवाओं को पूरी तरह खोखला कर दिया है और अब नशे की पूर्ति के लिए बड़ी मात्रा में ड्रग्स का काला कारोबार फल फूल रहा है और धड़ल्ले के साथ अवैध नकली नशे की गोलियां अवैध अफीम से भरे कैप्सूल खुलेआम बिक रही हैं.

इसके बाद नारकोटिक्स ब्यूरो दिल्ली और नीमच की चार अलग-अलग टीमों ने नारकोटिक्स SP एसपी शर्मा के नेतृत्व में बाड़मेर के बलदेव नगर स्थिल एक गोदाम व सांचोर श्री गजानन मेडिकल स्टोर में छापेमारी कर ट्रामाडोल, बुप्रेनॉर्फ़ीन, नाइट्राजेपम, लौराजेपम सहित 15 से अधिक प्रकार की नशीली दवाइयों की करीब 8 लाख टैबलेट्स औ कैप्सूल बरामद किये हैं.

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क्या कहना है अधिकारियों का
नारकोटिक्स ब्यूरो के अधिकारियों की मानें तो पश्चिम राजस्थान में चल रहे अवैध ड्रग्स कार्टेल के खिलाफ इस सुनियोजित अभियान के परिणामस्वरूप क्षेत्र में एनडीपीएस दवाओं की सबसे बड़ी बरामदगी हुई, जिसमें ट्रामाडोल की - 4 लाख 87 हजार 700 Cap. & टैब्स., ट्रामाडोल (ढीला) - 575 ग्राम, अफीम से भरे कैप्सूल - 1470 ग्राम (49 बोतलें), अफीम की गोलियां - 795 ग्राम (159 बोतलें), बुप्रेनोर्फिन - 8857 गोलियां, नाइट्राज़ेपम -2लाख 63 हजार 340 गोलियां, लौराज़ेपम -380 गोलियां, फेनोबार्बिटोन -570 गोलियां, अल्प्राजोलम-743 टैबलेट, क्लोनजेपाम-1631 टैबलेट, क्लोबजम-270 टैबलेट, क्लोर्डियाजेपॉक्साइड-170 टैबलेट, ज़ोलपिडेम- 165 टैबलेट, टैपेंटाडॉल-1100 टैबलेट, मिफेप्रिस्टोन और मिसोप्रोस्टोल-370 टैबलेट जब्त किए गए हैं. एनडीपीएस अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत एक मामला 1985 दर्ज किया गया है.

बाड़मेर और सांचोर में सबसे ज्यादा बिक्री
नारकोटिक्स ब्यूरो टीम ने जिन नशीली दवाइयों को बरामद किया है, वह नशीली दवाइयां केवल अनुमोदित नशा मुक्ति केंद्रों और अस्पतालों में ही वितरित होती है लेकिन युवाओं के नशे के सबसे बड़े हब बाड़मेर और सांचोर इलाके में यह दवाइयां खुलेआम बिक रही हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने इनके खिलाफ कार्रवाई करने की कोई जहमत नहीं उठाई, जिसके कारण दिल्ली और मध्य प्रदेश से नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने यहां आकर इस कार्यवाही को अंजाम दिया है.

जेल भेजे गए चारों आरोपी
बाड़मेर और सांचोर में ड्रग के इस काले कारोबार को संचालन करने वाले गंगाराम पुत्र तेजा राम निवासी रामनगर कांतिलाल पुत्र परमानंद खत्री निवासी शास्त्री नगर को बाड़मेर से गिरफ्तार किया है. वहीं जयेश कुमार माहेश्वरी और श्री गजानन मेडिकल स्टोर सांचोर के मालिक प्रकाश कुमार पुत्र मदनलाल को सांचोर से गिरफ्तार कर बाड़मेर न्यायालय में पेश किया, जहां पर न्यायालय ने चारों ही आरोपियों को जेल भेज दिया. 

ड्रग माफियाओं में हड़कंप मच गया 
नारकोटिक्स ब्यूरो की इस कार्रवाई के बाद बाड़मेर और सांचोर में ड्रग माफियाओं में हड़कंप मच गया और कई ड्रग माफिया इस कार्रवाई की भनक लगने के बाद भूमिगत हो गए लेकिन नारकोटिक्स ब्यूरो के अधिकारियों का कहना है कि जो भी लोग कारवाई की भनक लगने पर भाग गए हैं, उनके खिलाफ भी जल्द सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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