बाड़मेर जैसलमेर में सक्रिय हुए मानवेंद्र सिंह जसौल, सियासी गलियारों में ये चर्चा
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बाड़मेर जैसलमेर में सक्रिय हुए मानवेंद्र सिंह जसौल, सियासी गलियारों में ये चर्चा

मानवेंद्र सिंह जसौल पिछले एक सप्ताह में जोधपुर से लेकर जैसलमेर और बाड़मेर के शिव से लेकर चोहटन और धौरीमन्ना समेत सभी विधानसभाओं का दौरा कर रहे है. जिसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस में सियासत पर नजर रखने वाले सक्रिय हो गए है.

बाड़मेर जैसलमेर में सक्रिय हुए मानवेंद्र सिंह जसौल, सियासी गलियारों में ये चर्चा

Barmer news : बाड़मेर जैसलमेर की राजनीति में जसौल परिवार बड़ा नाम है. जसवंत सिंह जसौल का नाम यहां के लोग आज भी बड़े सम्मान के साथ लेते है. अब उनके बेटे बीजेपी से कांग्रेस में आए मानवेंद्र सिंह जसौल विरासत को संभाल रहे है. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद करीब साढ़े तीन साल राजनीति में 'खामोश' रहने वाले मानवेंद्र सिंह करीब एक सप्ताह से पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तान का सियासी पारा मापते नजर आ रहे है. 10 जून को जब राज्यसभा चुनावों के सियासी घमासान में पूरे प्रदेश के कांग्रेस नेता जयपुर में जुटे हुए थे तब भी मानवेंद्र सिंह दूर रेगिस्तान में देव दर्शन के बहाने जनता के नब्ज टटोलने में लगे थे. 

जोधपुर के ओसियां में सच्चियाय माता मंदिर के दर्शन कर शेरगढ़ के बालेसर में चामुंडा माता मंदिर पहुंचे मानवेंद्र सिंह ने ऐलान तो जोधपुर जैसलमेर के दौरे पर रहने का किया था. लेकिन जैसे भूगर्भ में पानी की तलाश करता किसान हाथ में नारियल लिए खेत के एक छोर से दूसरे छोर पहुंच जाता है. वैसे ही जोधपुर से रवाना हुए मानवेंद्र सिंह जैसलमेर की दोनों विधानसभा का सियासी पारा मापते हुए बाड़मेर के अलग अलग इलाकों में पहुंच गए. शायद जोधपुर और जैसलमेर की जमीन फिलहाल सियासी तौर पर उपजाउ नहीं है. लिहाजा सियासी नारियल लिए पानी की तलाश में वो बाड़मेर की एक एक विधानसभा का दौरा कर रहे है.

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7 जून से 14 जून तक का कार्यक्रम

7 जून- ओसियां में सच्चियाय माता मंदिर के दर्शन किए. प.पू.खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणीप्रभ सूरीश्वर जी म.सा. का सोईतरा  शेरगढ़ में आशीर्वाद लिया. इसके बाद शेरगढ़ में राजपूत विकास सभा की ओर से स्वागत कार्यक्रम हुआ. शेरगढ़ में पूर्व सैनिकों से मुलाकात भी की.

8 जून- बालेसर में चामुंडा माता मंदिर पहुंचे. बालेसर से पोकरण पहुंचे. जहां जैसलमेर की सीमा में प्रवेश करते हुए उनका स्वागत हुआ. पोकरण में राजपूत सेवा समिति की ओर से सम्मान किया गया. इसके बाद वो रामसा पीर के दर्शन करने रामदेवरा पहुंचे. और धोलिया में शहीद सुखराम विश्नोई की प्रतिमा का माल्यार्पण कर लोगों से मुलाकात की. यहां से वो भादरिया राय माता के दर्शन कर जैसलमेर पहुंचे. बीच रास्ते में चांधन, लाठी और सोढ़ाकोर में उनका स्वागत किया गया. जैसलमेर में सबसे पहले डॉ. भीमराव अंबेडकर, गिरधर सिंह जी के  स्मारक,सत्यदेव व्यास पार्क,शहीद पूनमसिंह जी की मूर्ति ,सागरमल जी गोपा मूर्ति माल्यापर्ण किया. 

9 जून- इस दिन जैसलमेर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से स्वागत किया गया. जिसके बाद सोनार दुर्ग पहुंच लक्ष्मीनाथ जी के दर्शन किए. यहां से  तनोट माताजी, घण्टियाली माता, गौरक्षक वीर झुंझार श्री पनराजी भाटी की तपोस्थली पनराजसर तक का दौरा किया. देव दर्शन के बहाने जनसंपर्क किया. सरहदी इलाके के रामगढ़ और मोहनगढ़ तक का दौरा किया. 

10 जून- जैसलमेर प्रवास के दूसरे दिन सुल्ताना और अर्जुना समेत आधा दर्जन गावों का दौरा करने के बाद वापिस जैसलमेर शहर पहुंचे और सैनिक कल्याण कार्यालय का निरीक्षण किया. जैसलमेर के बाद यहां से फतेहगढ़ के रास्ते बाड़मेर रवाना हुए. जहां फतेहगढ़ और हड़वा में उनका समर्थकों ने स्वागत किया. जैसलमेर से जैसे ही बाड़मेर की सीमा में प्रवेश किया तो वहां भी उनका स्वागत किया गया. 

10 जून, बाड़मेर जिला- जैसलमेर से बाड़मेर सीमा में प्रवेश करते ही सबसे पहले शिव विधानसभा क्षेत्र आया. जहां शिव में सिद्ध श्री योगेश्वर 1008 गरीब नाथ मठ में दर्शन करने के बाद पूर्व विधायक स्व. हुकुमसिंह की ढ़ाणी पहुंचकर शोक सभा में भाग लिया. इसके अलावा  बोथिया, भाड़खा ,जालीपा समेत कई जगह जनसभा की. बाड़मेर पहुंचे तो पहले विधायक मेवाराम जैन की ओर से भव्य स्वागत कार्यक्रम रखा गया. जिसमें नगर परिषद अध्यक्ष समेत जिले के कई कांग्रेसी नेता भी शामिल हुए. इसके बाद कांग्रेस के युवा नेता आजाद सिंह राठौड़ की ओर से भी अपने कार्यालय पर मानवेंद्र सिंह के स्वागत का कार्यक्रम रखा गया, 

11 जून- उण्डखा,रानीगांव होते हुए तारातरा मठ पहुंचे. जहां मोहन पुरी जी महाराज की समाधि के दर्शन किए. इसके अलावा चोहटन में डूंगरपुरी जी मठ के अलावा वांकल विरात्रा माता के दर्शन किए. चोहटन विधानसभा की सीमा में प्रवेश करने पर भी उनका स्वागत किया गया. 

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12 जून- इस दिन शिव विधानसभा क्षेत्र के देरासर, हाथमा, तामलियार,भाचभर फांटा, रामसर का दौरा किया. गागरिया,गडरारोड़,गिराब,हरसाणी, खारची, बालेवा, फोगेरा गावों का भी दौरा किया. भादरेस पहुंचकर महात्मा ईसरदार के दर्शन किए. इस दौरान बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन भी मौजूद रहे. 

13 जून- इस दिन बाड़मेर स्थित आलोक आश्रम में श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह जी रोलसाहबसर से  मुलाकात की. भगवान सिंह राजपूत समाज में बेहद सम्मान के साथ देखे जाते है. रोलसाहबसर से मुलाकात के बाद चंचल प्राग मठ पहुंचकर शंभूनाथ जी सैलानी का आशीर्वाद लिया. इसके अलावा बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कॉन्फ्रेंस हॉल में सैनिक कल्याण से संबंधित योजनाओं की समीक्षा भी की. 

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14 जून- गुड़ामालानी विधानसभा के दौरे पर रहे. इस दौरान धोरीमन्ना, गुड़ामालानी ,बांटा, जालिखेड़ा, पायलाकल्ला गावों में लोगों से मुलाकात की. 

जाहिर सी बात है. जोधपुर से रवाना हुए मानवेंद्र सिंह जैसलमेर की दोनों विधानसभाओं का दौरा कर अब बाड़मेर की एक एक विधानसभा में एक एक दिन बिता रहे है. ऐसे में सियासी गलियारों में उनकी सक्रियता को लेकर अलग ही चर्चाएं शुरु हो गई है. क्या वो 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले अपने लिए मुफीद विधानसभा क्षेत्र की तलाश कर रहे है. या 2024 के लोकसभा चुनावों की जमीन तैयार कर रहे है. उनकी सक्रियता से अलग अलग धड़ों में बंटी बाड़मेर कांग्रेस का एक धड़ा काफी सक्रिय है. तो दूसरा धड़ा उनकी इस सक्रियता पर नजर बनाए हुए है. 

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