बाड़मेर: 20 सालों से रोडवेज बसों के चलने का इंतजार कर रहा समदड़ी
Advertisement

बाड़मेर: 20 सालों से रोडवेज बसों के चलने का इंतजार कर रहा समदड़ी

बाड़मेर के सिवाना विधानसभा क्षेत्र का समदड़ी कस्बा देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं.  कस्बें की रोडवेज सेवा बरसो से बंद पड़ी हैं.

रोडवेज बसों के इंतजार में समदड़ी

Barmer: बाड़मेर के सिवाना विधानसभा क्षेत्र का समदड़ी कस्बा देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं.  कस्बें की रोडवेज सेवा बरसो से बंद पड़ी हैं. समदड़ी  जिले की सबसे बड़ी पंचायत समिति है जहां पाली, जालौर और जोधपुर की जिले की सीमा समाप्त होती हैं, वहीं बाड़मेर की सीमा समदड़ी क्षेत्र से शरू होती हैं. सबसे बड़ा जंक्शन होने के कारण आसपास के 70 के करीब छोटे बड़े कस्बों से जुड़ा समदड़ी पर्याप्त संसाधनों की दृष्टि प्रमुख हैं, व्यापारिक दृष्टि से भी प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग अन्य जिलों में खरीदारी के लिए आवागमन करते हैं. वहीं मजदूर वर्ग मजदूरी के लिए बालोतरा पचपदरा रिफाइनरी क्षेत्र से जोधपुर के लिए प्रस्थान करते हैं.

निजी बस संचालकों की मनमानी, फिटनेस रहित बसों में सफर करने की मजबूरी

क्षेत्र में रोडवेज बस सेवा नहीं होने के कारण निजी बस संचालकों की मनमानी चलती हैं, जिसमे मजदूर वर्ग के लोगों को क्षमता से अधिक भरकर ले जाया जाता हैं. मुख्य बाजार से रेलवे स्टेशन 2 किलोमीटर दूर होने से निजी बसों के अलावा कोई अन्य साधन नजर नहीं आता, जिसके कारण यात्री मनमाना किराया देने को मजबूर हैं.  शिक्षा के की दृष्टि से भी प्रतिदिन उच्च शिक्षा के लिए बालोतरा और जोधपुर विद्यार्थियों का आवागमन होता हैं ऐसे में बगैर फिटनेस की बसें एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में रहती हैं. इस तरह क्षमता से अधिक सवारियों को भरकर तेज रफ्तार से ले जाना बड़े हादसों को न्यौता देना हैं.

वर्ष 2002 में शरू हुई रोडवेज 3 माह में हुई बंद

बालोतरा से पाली के लिए वर्ष 2002 में शुरू हुई रोडवेज बस सवारियां नही मिलने के कारण बंद कर दी गई थी, उसके बाद से अब तक शरू नहीं हुई हैं. निजी बस संचालक रोडवेज बस शरू होते ही किराए घटा देते हैं,चालक परिचालक से साठगांठ कर सवारियों को रोडवेज बस में बैठने ही नहीं देते,जिससे कुछ दिनों बाद बंद करनी पड़ती हैं. 

यह भी पढ़ें -पाली: राजस्थानी कॉमेडियन एक्ट्रेस का पाली के फोटोग्राफर 3 साल तक किया शोषण, नीची जाति की बोलकर शादी से किया इंकार

रूट में हो बदलाव तो मिले फायदा

अगर जोधपुर से चलकर बालोतरा होते हुए सिवाना से जालोर निकलने वाली रोडवेज बसों को कल्याणपुर से समदड़ी सिवाना होते हुए, जालौर प्रस्थान करें तो रोडवेज का सीधा फायदा सभी ग्रामीणों को मिलेगा,और व्यापारिक दृष्टि से भी फायदा होगा. वहीं बालोतरा से समदड़ी होते हुए पाली की रोडवेज बस को पुनः शुरू किया जाए और खस्ताहाल सड़को हाल सुधारा जाये.  NH66 हाइवे का भी कार्य पूर्ण होने वाला हैं जिससे कम समय में लंबी दूरी तय की जा सकती हैं. 

विधायक सिवाना हमीर सिंह भायल का कहना है कि निगम की बस शुरू करवाने के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं, मंत्री और शासन सचिव को पत्र भी दिया गया है, विधान सभा में भी बस शुरू करवाने के लिए नियमानुसार मांग रखी हैं,  जिसमें जोधपुर, कल्याणपुर,समदड़ी सिवाना, जालोर वाला रूट प्रस्तावित किया गया हैं. अनुबंधित बस भाजपा सरकार के समय शुरू हुई थी, जो कुछ गांवो तक चलती थी वर्तमान सरकार ने उस योजना को बंद कर दिया तब से अनुबंधित बस सेवा बंद हैं, आशा करते हैं जोधपुर, जालोर रूट अब तैयार हो गया है जल्द ही निगम की बस शुरू कर सकते हैं.

टीकमसिंह राजपुरोहित सिलोर का कहना है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते पिछले 20 वर्षों से अधिक समय से रोडवेज बसों का ग्रामीणों को फायदा नहीं मिल रहा हैं, 3 माह तक चली रोडवेज सेवा में भी रोडवेज को बढ़ावा नहीं देकर, निजी बस संचालकों को फायदा पहुंचाया गया, जिसके कारण आज दिन तक उसका खामियाजा भुगत रहें हैं और क्षेत्र रोडवेज सेवा से वंचित हैं. 

पूर्व सरपंच बाबूलाल परिहार  का कहना है कि व्यपार शिक्षा की दृष्टि से रोडवेज का पुनः संचालन शुरू हो जाए तो बड़ा फायदा होगा, सड़कों की हालत भी पहले से बेहतर है, हाइवे का भी निर्माण पूरा हो चुका है,जोधपुर, पाली, जालोर और बाड़मेर मुख्यालय से सीधा जुड़ाव हो जाएगा. निजी बसों से जिला मुख्यालय जाने वालों को बालोतरा से बसें बदलनी पड़ती हैं,जिससे गरीब की जेब पर मार पड़ती हैं.

अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

Trending news