Bharatpur Crime: रेंज आईजी राहुल प्रकाश की स्पेशल टीम का इंचार्ज बनकर ठग ने की ठगी की कोशिश
Bharatpur Crime: भरतपुर जिले में साईबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए भरतपुर में रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने ऑपरेशन एंटी वायरस चला रखा है, लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोग अब भी ठगी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. भरतपुर में रेंज आईजी राहुल प्रकाश की स्पेशल टीम का इंचार्ज बनकर ही एक साईबर ठग ने ठगों के साथ ठगी की कोशिश की.
Bharatpur Crime News: राजस्थान के भरतपुर जिले में साईबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए भरतपुर में रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने ऑपरेशन एंटी वायरस चला रखा है, जिसका व्यापक असर भी जमीनी स्तर पर नजर आ रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोग अब भी ठगी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. यही नहीं भरतपुर में एक हैरान करने वाला मामला भी सामने आया है.
जहां पर रेंज आईजी राहुल प्रकाश की स्पेशल टीम का इंचार्ज बनकर ही एक साईबर ठग ने ठगों के साथ ठगी की कोशिश की और खुद को रेंज आईजी टीम का बड़ा अफसर बनकर साईबर ठगों को फोन किए और उनसे कहा कि अगर वह उन्हें पैसे देंगे तो वह उनका नाम मुकदमे से निकलवा देगा. इस घटनाक्रम की खबर जैसे ही रेंज आईजी राहुल प्रकाश को लगी तो उनकी टीम ने इस नकली ऑफिसर को धर दबोचा है.
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जो कि अब आईजी से रहम की भीख मांग रहा है और अपनी गलती पर पछता रहा है. आज एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिये रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया और मीडिया के कैमरों के सामने ही आरोपी से पूछताछ की, तो वह बगल में झांकने लगा और बोला कि हां वह रेंज आईजी टीम का सदस्य बनकर साईबर अपराध से जुड़े लोगों को बरगला रहा था.
रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया है कि आरोपी का नाम फरीद उर्फ राहुल, उर्फ मानसिंह है. जिसने रेंज आईजी स्पेशल टीम का ऑफिसर बनने के लिए आर्मी व बीएसएफ से जुड़ी वर्दी भी सिल्वा ली थी और उसे पहनकर लोगों को फोन कर कहता था कि अगर वह उसको पैसा देंगे तो उनके घर मकान नहीं टूटेंगे.
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मामले में रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने साफ कहा है कि कोई भी व्यक्ति ऐसे किसी ठग के बहकावे में नहीं आए, जिसने अपराध किया है वह बच नहीं सकता है. उसका अंजाम यही होगा जो इस अपराधी का हुआ है और सलाखों के पीछे जाना होगा. आईजी ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति का कोई अपराधी रंजिशवश नाम लिखवा देता है, तो वह पुलिस जांच में सहयोग करे और आईजी कार्यालय में या उनके ऑफिस में संपर्क कर सकता है.
आईजी ने बताया कि इस आरोपी के साथ 2 अन्य लोग भी शामिल हैं. इसके सोशल मीडिया एकाउंट पर भी यह खुद को पुलिस अफसर बताता है. आईजी ने कहा कि पुलिस की निगाह से कोई अपराधी बच नहीं सकता है. चाहे वह कोई भी भेष धारण कर ले. यही नहीं आईजी राहुल प्रकाश ने डीग जिले के मेवात में साइबर अपराध को नियंत्रण करने में सहयोग करने वाली पुलिस टीम की विशेष पद्दोन्नति कराने की बात कही है. उसमें डीग जिला पुलिस व रेंज आईजी स्पेशल टीम शामिल है.