Bharatpur: फसल बर्बाद होने को लेकर किसान महापंचायत का आयोजन, कोविड नियमों की उड़ी धज्जियां
Advertisement

Bharatpur: फसल बर्बाद होने को लेकर किसान महापंचायत का आयोजन, कोविड नियमों की उड़ी धज्जियां

किसान बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए एक साथ बैठे नजर आए, किसानों ने  राज्य सरकार से पूरी फसलों के नुकसान होने का मुआवजा देने की मांग की है, और मांग पूरी नहीं होने पर छठे दिन धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी.

किसान महापंचायत का आयोजन किया गया.

Bharatpur: राजस्थान के भरतपुर में ओलावृष्टि से हुई फसलों को नुकसान को लेकर बुधवार को जनूथर गांव में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें सैंकडों किसान एकत्रित हुए. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई गई. किसान बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए एक साथ बैठे नजर आए, किसानों ने  राज्य सरकार से पूरी फसलों के नुकसान होने का मुआवजा देने की मांग की है, और मांग पूरी नहीं होने पर छठे दिन धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी.

यह भी पढ़ेंः Dholpur: निर्माण के महज 15 दिन में टूटी सड़क, ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर की कार्रवाई की मांग

सर्वे के आधार पर मिले मुआवजा
दरअसल बीते दिनों राजस्थान के कुछ जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई थी, बिन मौसम बरसात और ओलावृष्टि होने से किसानों की सरसों, गेहूं और रबी की फसलें बर्बाद हो गई, किसानों ने राज्य सरकार से मुआवजे की मांग की, लेकिन उनकी मांगों पर शासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया. जिसके बाद बुधवार को महापंचायत का आयोजन किया गया. किसानों का आरोप है कि सरकार सिर्फ 2 हैक्टेयर जमीन का ही मुआवजा देने की बात कर रही है, जबकि हमारी मांग है कि अधिकारी फसल नुकसानों का सर्वे खेतों में आकर करें और जिस किसान का जितना नुकसान हुआ है उसे उतना  मुआवजा मिले.

कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका
कोरोना काल में राज्य सरकार की गाइड लाइन के अनुसार महापंचायत सहित सभी तरह के राजनैतिक आयोजन पर रोक हैं, लेकिन किसान मंहापंचायत जैसे भीड़ भाड़ वाले आयोजन हो रहे हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ने की आशंका है.

Reporter- Devendra Singh

Trending news