धौलपुर: अवैध हथियारों के शौक के कारण बढ़ा अपराध, पुलिस नहीं लगा पा रही लगाम
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धौलपुर: अवैध हथियारों के शौक के कारण बढ़ा अपराध, पुलिस नहीं लगा पा रही लगाम

 अवैध हथियारों के बढ़ते कारोबार के कारण जिले में अपराधों के ग्राफ में भी बढ़ोतरी हुई है.

धौलपुर जिले में अवैध हथियारों में सबसे अधिक कट्टा प्रचलित है. (प्रतीकात्मक फोटो)

भानु शर्मा, धौलपुर: धौलपुर(Dholpur) जिले में बढ़ रहा अवैध हथियार(Illigeal Arms) रखने का प्रचलन शस्त्र लाइसेंस(Arms License) लेने की जटिल होने के बाद लोगों में अवैध हथियार रखने का शौक बढ़ता जा रहा है. आलम यह है कि अवैध हथियारों के बढ़ते कारोबार के कारण जिले में अपराधों के ग्राफ में भी बढ़ोतरी हुई है. ज्यादातर बजरी निकालने वाले लोग अवैध हथियारों का प्रयोग करते हैं.

हथियार रखने का बढ़ रहा है शौक
धौलपुर जिले के लोगों में शस्त्र लाइसेंस लेने की प्रक्रिया जटिल होने के बाद भी अवैध हथियार रखने का शौक बढ़ता जा रहा है. 

बढ़ी है आपराधिक घटनाएं
आलम यह है कि अवैध हथियारों के बढ़ते कारोबार के कारण जिले में अपराधों के ग्राफ में भी बढ़ोतरी हुई है. अवैध हथियार रखने के मामले में अवैध बजरी व्यापार से जुड़े लोग सबसे आगे हैं. यह आंकड़े पुलिस थानों में दर्ज हुए अवैध हथियारों के केसों से सामने आए है. 

पुलिस नहीं लगा पा रही है लगाम
अवैध हथियारों के बढ़ते प्रचलन के चलते क्राइम कंट्रोल के लिए पुलिस प्रशासन ने कोई खास रणनीति भी तैयार नहीं की है. ऐसे में जिले में अवैध हथियार से फायरिंग की वारदातें होना आम बात होने लगा है. बजरी निकालने वालो की ओर पुलिस पर फायरिंग में भी अवैध हथियारों से किया जाना सामने आया है. बीते कुछ ही दिन पहले अवैध हथियार के फायर से एक बच्ची घायल हो गयी थी तो वही अन्य गाँव में अवैध कट्टे के फायर से एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी.

नहीं खत्म हो पा रहा है हथियारों का क्रेज
चंबल क्षेत्र के धौलपुर में हथियारों का क्रेज खत्म नहीं हो पा रहा है. प्रदेश के छोटे जिले में शुमार धौलपुर में ही करीब साढ़े तीन हजार से अधिक शस्त्र लाइसेंसी हैं. यह स्थिति तब है, जब पिछले पांच साल से प्रशासन ने नए लाइसेंस देने की प्रक्रिया को जटिल कर दिया है. ऐसे में अब क्षेत्र का युवा वर्ग अवैध हथियार रखने की शौकीन होती जा रही है. इनसे रंगदारी दिखाने के लिए हवाई फायर से लेकर एकाएक हत्या की वारदातें भी अंजाम दे रहे हैं. 

आर्म्स एक्ट में दर्ज हो चुके हैं 500 से ज्यादा मामले 
यहां बीते साढ़े तीन साल में करीब पांच सौ आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हो चुके हैं. मनियां थाना पुलिस ने कुछ माह पहले थाना क्षेत्र में अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी.

यूपी और एमपी से हो रही है सप्लाई
सूत्रों की माने तो धौलपुर जिले में अवैध हथियारों में सबसे अधिक कट्टा प्रचलित है. इनकी खेप समीपवर्ती मध्यप्रदेश व उत्तर प्रदेश क्षेत्र के जिलों से आ रही है. इसके अलावा यूपी से जुड़े बॉर्डर के दूसरे गांवों से भी आदान-प्रदान होता रहता है. 

आंकडों पर नजर डाले तो जिलेभर में अधिकांश अपराधिक वारदातों में देशी कट्टे का ही प्रयोग किया गया है. इसके अलावा अवैध बजरी व्यापार से जुड़े लोगों की ओर से भी अवैध हथियार के तौर पर देशी कट्टे का इस्तेमाल किया जाता है. पुलिस के आंकडों पर नजर डाले तो बजरी निकालने वालों की ओर से पुलिस पर किए गए हमलों में अवैध देशी कट्टों से फायरिंग किया जाना सामने आया है.

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