राजस्थान में 6 साल से अधूरा स्टेडियम का काम, खिलाड़ियों को नई सरकार से उम्मीद
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राजस्थान में 6 साल से अधूरा स्टेडियम का काम, खिलाड़ियों को नई सरकार से उम्मीद

जिला मुख्यालय पर करीब आठ करोड़ की लागत से बनने वाले राजीव गांधी स्टेडियम का निर्माण 6 साल में भी पूरा नहीं हो पाया है. 

खेल अधिकारी के मुताबिक बजट के अभाव में खेल संकुल का काम अटक गया था.

आशीष चतुर्वेदी/करौली: प्रदेश के करौली जिला मुख्यालय पर पिछले कई सालों से चल रहे स्टेडियम का कार्य अभी तक पूरा नहीं होने से खिलाड़ियो में निराशा है. इसे सरकार की उदासीनता कहें या अधिकारियों की अनदेखी जिसके कारण साढ़े आठ करोड़ की लागत से बनने वाले स्टेडियम का पिछले 6 साल मे कार्य पूरा नहीं हो पाया है. खिलाड़ी इससे मिलने वाले लाभ से वंचित है. हालांकि कांग्रेस सरकार के आने के बाद खिलाड़ियों को एक बार फिर उम्मीद जगी है कि जल्द ही इसका कार्य पूरा होगा. जिससे उनके सपनों की उड़ान को पूरा करने की कोशिश के लिए बेहतर स्थान मिलेगा.

जिला मुख्यालय पर करीब आठ करोड़ की लागत से बनने वाले राजीव गांधी स्टेडियम का निर्माण 6 साल में भी पूरा नहीं हो पाया है. स्टेडियम में एक मल्टीपरपज इनडोर स्टेडियम, कबड्डी खेल एकेडमी, क्रिकेट ग्राउंड सहित विभिन्न खेलों के मैदान व सुविधाओ का निर्माण होना था, लेकिन इसे सरकार की लापरवाही कहें या अधिकारियों की अनदेखी जिसके कारण अभी तक संकुल बनकर तैयार नहीं हो पाया है. वहीं 6 साल में जो निर्माण हुआ वह अधूरा और घटिया होने के कारण खिलाड़ियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा हैं

वर्ष 2012 में करौली के शिवचरण माली को राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की कमान मिलने के बाद केंद्र की खेलों को बढ़ावा देने की योजनांतर्गत 6 करोड़ 51 लाख की लागत से एक मल्टीपर्पज इंडोर स्टेडियम के निर्माण के लिए  70 बीघा भूमि पर स्वीकृति मिली. राजकीय महाविद्यालय के पीछे 70 बीघा भूमि अलॉट कर मार्च 2013 में निर्माण शुरू हुआ. बाद में 51 लाख से कबड्डी अकादमी और करीब पौने दो करोड़ से क्रिकेट ग्राउंड, बास्केटबॉल, वॉलीवाल व अन्य सुविधाओ के निर्माण को स्वीकृति मिली. लेकिन काम शुरू होने के साथ ही घटिया निर्माण की शिकायते आने लगी और 2015 में पूरा होने वाला कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है. खिलाड़ियों का आरोप है कि स्टेडियम में पूर्व सांसद डॉ मनोज राजोरिया ने 25 लाख रुपए से दर्शक दीर्घा के निर्माण की घोषणा की थी, लेकिन उसका भी निर्माण नहीं हुआ है. 

खेल प्रेमियो का कहना है कि कांग्रेस सरकार मे शुरू हुए कार्य के बाद सत्ता मे आई भाजपा सरकार के कार्यकाल मे इसका कार्य ना के बराबर हुआ. जो स्टेडियम पहले ही तैयार हो जाना चाहिए था वह अब तक अपने निर्माण के इंतजार में है. हालांकि प्रभारी जिला खेल अधिकारी रविन्द्र सिंह का कहना है कि बजट के अभाव में खेल संकुल का काम अटक गया था, लेकिन अब बजट आ गया है. इनडोर स्टेडियम का निर्माण लगभग पूरा है, कुछ खामियां हैं जिन्हें जल्द ही दूर कर अगले 2 माह में निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.  

हालांकि अभी स्टेडियम के कार्य को पूरा होने मे समय लगेगा लेकिन राज्य मे कांग्रेस सरकार के आने के बाद खिलाड़ियों को एक बार फिर उम्मीद जगी है कि जल्द ही खेल संकुल और स्टेडियम का कार्य पूरा होगा. जिससे उनकी प्रैक्टिस के लिए नया स्थान तो मिलेगा ही साथ ही इनडोर स्टेडियम के अभाव मे अन्यत्र होने वाली प्रतियोगिताए भी यहां पर होने लगेगी. 

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