राजस्थान: टिकट न मिलने से खफा हुए BJP नेता कुलदीप धनखड़, दिया इस्तीफा
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राजस्थान: टिकट न मिलने से खफा हुए BJP नेता कुलदीप धनखड़, दिया इस्तीफा

प्रदेश महामंत्री कुलदीप धनखड़ की जिन्होने टिकट न मिलने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला लिया है. 

बीजेपी की लिस्ट में 131 प्रत्याशियों के नाम है, जिनमें से ज्यादातर चेहरे मौजूदा विधायकों के ही हैं.

जयपुर: लंबे समय से टिकट को लेकर चल रहे रायशुमारी के दौर के बाद आखिरकार बीजेपी ने राजस्थान के लिए अपनी पहली सूची जारी कर ही दी. रविवार देर रात बीजेपी ने राजस्थान के लिए 131 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया. बीजेपी आलाकमान और राज्य इकाई के बीच सहमति न बन पाने के कारण ये सूची लंबे समय से अटकी हुई थी. बीजेपी की लिस्ट में 131 प्रत्याशियों के नाम है, जिनमें से ज्यादातर चेहरे मौजूदा विधायकों के ही हैं. हालांकि पार्टी ने चेहरे बदलने की कोशिश तो की है, लेकिन इस बदलाव में भी ज्यादातर नए चेहरे पिछली बार बीजेपी के प्रत्याशी रहे नेताओं के परिवार से ही आए हैं.

वहीं बीजेपी के कुछ ऐसे भी नेता हैं पार्टी द्वारा जारी की गई लिस्ट से खासे नाराज हो गए है. यहां तक की लिस्ट में अपना नाम न होने के कारण उन्होने पार्टी से अलग होने का फैसला तक ले लिया. जी हां हम बात कर रहे हैं बीजेपी के पूर्व प्रदेश महामंत्री कुलदीप धनखड़ की जिन्होने टिकट न मिलने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला लिया है. 

खबरों की मानें तो कुलदीप धनखड़ ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी को भेजा इस्तीफा भेज दिया है. वह 16 तारीख को निर्दलिय से नामंकन भरेंगे. बता दें कि कुलदीप धनखड़ बीजेपी के लिए विराटनगर क्षेत्र से लम्बे समय से काम कर रहे थे. उन्हें पूरी उम्मीद थी की पार्टी उन्हें इन चुनावों में टिकट जरूर देगी. लेकिन देर रात जब बीजेपी ने जब टिकट जारी की तो डॉ फूल चंद भिंडा को टिकट मिलने की बात सामने आई. 

जिसके बाद कुलदीप धनखड़ ने यह कहते हुए पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला लिया कि पार्टी ने एक भ्रष्टाचारी नेता को अपना उम्मीदवार बनाया है. विराटनगर में लंबे समय से काम कर रहे कुलदीप धनखड़ ने बाजेपी पर यह आरोप लगाया कि पार्टी ने जन भावनाओं की उपेक्षा की है. जिसके कारण उन्होने विराटनगर से प्रत्याशि रिपीट करने पर नाराजगी जताते हए बाजेपी से अलग होने का फैसला लिया. हालांकि उन्होने किसी दूसरे पार्टी मे शामिल होने का फैसला लेने के बजाए विराटनगर से निर्दलिए चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. 

उधर उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के केंद्रीय मंत्री जेपी नड्ढा ने कहा, इस सूची में 12 महिलाओं को टिकट दिया गया है. वहीं युवाओं का भी ख्याल रखा है. 32 युवा चेहरों को मौका दिया गया है. 17 एससी उम्मीदवार और 19 एसटी उम्मीदवार हैं. पार्टी ने 85 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है. 25 नए चेहरों को मौका दिया गया है. भाजपा का दावा है कि विपक्षी चुनौती का मुकाबला करने के लिये तैयार है. वसुंधरा राजे के नेतृत्व में पार्टी ने 2013 में प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में से 163 सीटें जीतकर कांग्रेस को सूबे में अब तक की सबसे करारी शिकस्त दी थी. हालांकि इस बार चुनावों में बीजेपी को बागी हुए नेताओं से भी कड़ी टक्कर मिलने की पूरी उम्मीद है.    

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