शाहपुरा: शंभुपुरा में प्रावि/उप्रावि के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय वाकपीठ का उद्घाटन
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शाहपुरा: शंभुपुरा में प्रावि/उप्रावि के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय वाकपीठ का उद्घाटन

शाहपुरा तहसील के तहनाल पंचायत के शंभुपुरा में प्रावि/उप्रावि के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय वाकपीठ का उद्घाटन आज पूर्व विस अध्यक्ष एवं शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल ने दीप प्रज्जवलित करके किया. 

शाहपुरा: शंभुपुरा में प्रावि/उप्रावि के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय वाकपीठ का उद्घाटन

Shahpura: भीलवाड़ा के शाहपुरा तहसील के तहनाल पंचायत के शंभुपुरा में प्रावि/उप्रावि के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय वाकपीठ का उद्घाटन आज पूर्व विस अध्यक्ष एवं शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल ने दीप प्रज्जवलित करके किया. समारोह की अध्यक्षता तहनाल सरपंच ने की. समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी, भाजपा नगर अध्यक्ष राजेश पारीक, पार्षद राजेश सौंलकी, जिला शिक्षा अधिकारी योगेश पारीक, सीबीईओ डा. महावीर कुमार शर्मा, सरपंच गोविंद कंवर राणावत, उपसरपंच जीवराज गुर्जर मौजूद रहे. वाकपीठ में शाहपुरा ब्लॉक के 198 संस्था प्रधानों ने भाग लिया. 

वाकपीठ के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व विस अध्यक्ष एवं शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल ने कहा कि संविधान प्रदत्त अधिकारों के तहत प्रत्येक व्यक्ति को समानता का अधिकार आजादी के इतने वर्षो के बाद भी नहीं मिला है. इस पर राजनीति से उपर उठकर राष्ट्रव्यापी बहस और चिंतन की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आज रोजगार परक शिक्षा की महत्ती आवश्यकता है. केवल डिग्री से कुछ नहीं होने वाला है. मैकाले शिक्षा से देश में बेरोजगारी बढ़ी है. महात्मा गांधी ने बुनियादी शिक्षा का जो सुझाव दिया था, उस पर काम करने की जरूरत है. 

मेघवाल ने कहा कि आजादी के बाद अब तक नैतिक मूल्यों में गिरावट के कारण नेता वोटों की राजनीति अपने हिसाब से करते रहे और जनप्रतिनिधि ही राजा बने रहे. अब गांवों में जागरूकता आई है. शिक्षक इस दिशा में कारगर कदम उठा सकते हैं. शिक्षकों को वोट के महत्व, उसके अधिकार, उसके कारण राजा रंक बनने की स्थिति आदि के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करना चाहिए. 

इससे केवल मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी होगी बल्कि जनता अपने स्वविवेक से अपना राजा भी चुन सकेगी. मेघवाल ने कहा कि वाकपीठ में राष्ट्रीय शिक्षा निति पर व्यापक बहस होकर अपना चिंतन सरकार तक जाना चाहिए. रोजगार परक व बुनियादी शिक्षा के अभाव में बेरोजगारी को नहीं रोका जा सकता है. विद्यालय ने आयोजक विद्यालय में पीने के पानी की समस्या के समाधान के लिए पानी की टंकी और बोरिंग के लिए 2 लाख रुपये विधायक कोष से देने की घोषणा की. 

पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी ने कहा कि वर्तमान में शिक्षा में परिवर्तन की महत्ती जरूरत है. राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है. सीबीईओ डा. महावीर कुमार शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से शैक्षिक उन्नयन का वातावरण बनता है. सरपंच गोविंद कंवर राणावत ने शैक्षिक उन्नयन के शिक्षकों को बधाई देते हुए सभी को बधाई दी. 

वाकपीठ अध्यक्ष देबीलाल बैरवा ने शिक्षकों वाकपीठ की गतिविधियों की जानकारी दी. कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के भैया-बहनों ने रंगारंग प्रस्तुति दी. वाकपीठ सचिव इंदिरा धूपिया ने संचालन किया. आयोजक विद्यालय के संस्था प्रधान परमेश्वर कुमावत ने सभी का स्वागत करते हुए आभार जताया. 

इससे पूर्व मेघवाल के शंभुपुरा पहुंचने पर ग्राम पंचायत की ओर से सरपंच गोविंद कंवर राणावत, उपसरपंच जीवराज गुर्जर, घनश्यामसिंह, विरेंद्र सिंह की अगुवाई में ग्रामीणों ने बैंडबाजों के साथ स्वागत किया. अतिथियों का साफा बंधवाकर सम्मान किया. 

Reporter- Dilshad Khan 

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