लक्ष्मीपुरा गांव में मकान के पीछे की दीवार तोड़कर कमरे में घुसे चोर, लाखों के जेवरात चोरी
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लक्ष्मीपुरा गांव में मकान के पीछे की दीवार तोड़कर कमरे में घुसे चोर, लाखों के जेवरात चोरी

गंगापुर थाना प्रभारी राजूराम पलासिया ने बताया कि शंकर लाल पिता उदयराम सालवी निवासी लक्ष्मीपुरा ने रिपोर्ट देकर मामला दर्ज करवाया. रिपोर्ट में बताया कि मैं और मेरे परिवारजन कमरे के ताला लगा कर बरामदे में सो रहे थे. सुबह उठकर अपने काम में लग गए.

 दीवार तोड़कर कमरे में घुसे चोर

Sahara: गंगापुर थाना प्रभारी राजूराम पलासिया ने बताया कि शंकर लाल पिता उदयराम सालवी निवासी लक्ष्मीपुरा ने रिपोर्ट देकर मामला दर्ज करवाया. रिपोर्ट में बताया कि मैं और मेरे परिवारजन कमरे के ताला लगा कर बरामदे में सो रहे थे. सुबह उठकर अपने काम में लग गए. मैं दूध देने चला गया. मेरी पत्नी नारायणी देवी पास के नोहरे में झाडू लगाने गई झाडू लगाते हुए मकान के पीछे पत्थर पड़े हुए दिखाई दिए. पास जाकर देखा तो दीवार को तोड़ रखा था. दीवार टूटी देखकर मेरी पत्नी चिल्लाने लगी. पड़ोसी एकत्रित हो गए.

मुझे सूचना दी गई.  मेने घर पहुंच कमरे का ताला खोला लेकिन अंदर से कुंडी बंद होने के कारण दरवाजा नहीं खुला. चोरों की तोड़ी गई दीवार के छेद में से कमरे के अंदर जाकर कुंडी खोली. कमरे में लोहे का बक्सा, पेटी का ताला टूटा हुआ था. सामान बिखरे हुए थे. लोहे की पेटी में 2 तोला वजनी सोने का टडा, 3 तोला वजनी सोने के रामनामी मादलीए, 1 किलो वजनी चांदी का कंदोरा, आधा किलो चांदी के पाइजेब, ढाई सौ ग्राम चांदी के पाइजेब, डेढ़ किलो चांदी की कड़ियां, 1 किलो चांदी का कंदोरा गायब थे.

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मेरे पास के मकान में भी चोर दीवार कूदकर घुसे और आभूषण चुरा ले गए. अज्ञात चोर ने मेरे मकान के पीछे की दीवार को तोड़कर बड़ा छेद किया और कमरे में घुसे. हम सभी बरामदे में सोए हुए थे. लेकिन हमें कोई भनक नहीं लगी. चोर पीछे से दीवार में छेद कर कमरे में घुसे, लोहे के बक्से और पेटियां खोलकर सभी जेवरात चुराकर ले गए. पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की. 

प्रार्थी शंकरलाल ने बताया कि पूरे परिवार के साथ कमरे के बाहर बरामदे में सो रहे थे. दीवार को तोड़ा गया, कमरे में बक्से और लोहे की पेटियों को तोड़ा गया लेकिन उन्हें कोई आवाज नहीं आई. क्योंकि बरामदे में जहां परिवारजन सो रहे थे वहां कूलर लगा हुआ था. कूलर की तेज आवाज के कारण दीवार टूटने, लोहे की पेटियां टूटने की आवाज उन्हें सुनाई नहीं दी. 

Reporter: Mohammad Khan

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