Churu में चाचा ने निकाली भतीजी की बिंदौरी, गांव में कायम किया मिसाल
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Churu में चाचा ने निकाली भतीजी की बिंदौरी, गांव में कायम किया मिसाल

सरदारशहर (Sardarshahar) के वार्ड 19 में बुधवार रात्रि को चाचा बाबूलाल माहिल ने अपनी भतीजी पूजा की बिंदौरी घोड़ी पर बैठाकर निकाली.

बिंदौरी निकाल कर मिसाल कायम किया

Churu: वैसे तो इन दिनों कोविड गाइड लाइन (Covid Guidelines) के चलते शादी समारोह में ज्यादा भीड़ एकत्र करने का लुत्फ नहीं उठा सकते, लेकिन आप कुछ नया करना चाहते हैं तो सीमित संख्या में भी कर सकते हैं. सरदारशहर (Sardarshahar) के वार्ड 19 में बुधवार रात्रि को चाचा बाबूलाल माहिल ने अपनी भतीजी पूजा की बिंदौरी घोड़ी पर बैठाकर निकाली. यूं तो बिंदौरी ज्यादातर लड़कों की निकलती है लेकिन समाज में महिला-पुरुष एक समान है, इसका उदाहरण पूजा और उसके चाचा ने बखूबी दी.

इस पर पूजा ने कहा कि हम बेटियां भी बेटों से कम नहीं है. वार्ड 19 के बाबूलाल माहिल ने अपनी भतीजी को घोड़ी पर बैठा कर बिंदौरी निकाल कर यह मिसाल कायम किया है. आपको बता दें कि पूजा की शादी 15 अक्टूबर को फतेहपुर के अजय के साथ होनी है.

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माहिल परिवार ने बेटी पूजा की शादी में उसको घोड़ी पर बिठा कर बदलाव के संकेत दिए. कोरोना एडवाइजरी का पालन करते हुए डीजे से बिंदौरी निकाली. अपनी लाड़ो पूजा को चाचा ने सजी धजी घोड़ी पर बिठाकर उसकी बिंदौरी मुख्य मार्गों से निकाली, जो आजाद गोगामेडी से रवाना होकर मुख्य मार्गो से होती हुई राजकुमार माहिल के घर पहुंची. इस छोटे से परिवार में पहली बार घोड़ी पर किसी बेटी की बिंदौरी निकली गयी. इसलिए परिवार के लोगों के लिए यह अनूठा था. अमूमन अशिक्षित मोहल्ला होने के कारण यहां लड़कियों की बिंदौरी नहीं निकाली जाती है. इस कारण जब घोड़ी पर युवती को लोगों ने बैठे देखा तो घर की छत और खिड़कियों से इस दृश्य को कैमरे में कैद किया और मोहल्ले में परिवार की महिलाएं बेटियां-युवक डीजे की धुन पर जमकर नाचते हुए नजर आए.

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पूजा के पिता राजकुमार माहिल और माता राधा देवी ने इस अशिक्षित मोहल्ले में रहते हुए भी अपनी बेटी को आगे बढ़ाया ओर पूजा को MA तक पढ़ाई करवाई है, उसका भाई कैलाश माहिल भी चाहते थे कि बहन की बिंदौरी घोड़ी पर निकले. बहन को बकायदा राजस्थानी साफा पहनाया गया. पूजा ने कहा कि हमें अपने तरह से जीने का हक है. समय के साथ परम्पराओं में बदलाव आता है और मेरे परिवार ने मुझे हमेशा बेटे की तरह ही आगे बढ़ाया. मैं चाहती हूं कि गांव और शहर में हर लड़की इसी तरह आगे बढ़े.

Report-Manoj Prajapat

 

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