Khajuvala: खाजूवाला उपखण्ड क्षेत्र में पशु चिकित्सालय बंद होने की वजह से पशुपालकों को हो रही परेशानी को लेकर भारतीय किसान संघ ने जिला कलेक्टर के नाम उपखंड अधिकारी श्योराम को ज्ञापन सौंपा. पशु चिकित्सालय में चिकित्सकों और स्टाफ की न्यूक्ति कर शुरू करने की मांग की.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष खेमाराम जाट ने बताया कि खाजूवाला क्षेत्र में अनेक राजकीय पशु चिकित्सालय गांवों में खोले गए हैं. जबकि वर्तमान में 14 पशु चिकित्सालय में से 7 पशु चिकित्सालय गांवों में बंद पड़े हैं. जिसमें 5 केवाईडी, 8 केवाईडी, 2 केडब्लूएम, 34 केवाईडी, आनंदगढ़ और दंतोर आदि में न तो डॉक्टर है और ना ही कंपाउंडर की व्यवस्था है. ऐसे में राजकीय पशु चिकित्सालय गांवों में बना दिए लेकिन आम पशुपालकों एवं किसानों को सुविधा नहीं मिल रही है. 


इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री के द्वारा माधोडिग्गी और सियासर चौगान में उप पशु चिकित्सालय और खोले जा रहे हैं, लेकिन जो पहले से पशु चिकित्सालय खोले गए हैं उनमें डॉक्टर कंपाउंडर की नियुक्ति नहीं होने की वजह से लोगों को इनका लाभ नहीं मिल रहा. जिसकी वजह से पशुपालकों को दूर-दूर तक इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है. इसके साथ साथ पशु पालकों को आर्थिक मार भी उठानी पड़ रही है. ऐसे में भारतीय किसान संघ ने उपखंड अधिकारी के मार्फत ज्ञापन जिला कलेक्टर और मुख्यमंत्री को भेज कर इन सभी पशु चिकित्सालय में डॉक्टरों व स्टाफ की नियुक्ति करने की मांग की है.


Report: Tribhuvan Ranga