Khajuvala: राजस्थान प्रशिक्षित राजीव गांधी पाठशाला पैराटीचर, मदरसा पैराटीचर, शिक्षाकर्मी संघर्ष समिति ने खाजूवाला उपखंड कार्यालय के सामने राज्य सरकार द्वारा जारी आदेशों की प्रतियां जलाकर विरोध जताया गया. संयुक्त संघर्ष समिति के मंत्री मोहनलाल ने बताया कि वर्तमान में सरकार द्वारा घोषित संविदा रूल्स 2022 में 1 लाख संविदा कर्मियों को नियमित करने की घोषणा की गई है, जिसका प्रचार प्रसार दीपावली पर संविदा कर्मियों के जीवन में उजाले के रूप में किया जा रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं मुख्यमंत्री द्वारा घोषित बयान को राजीव गांधी पैराटीचर शिक्षाकर्मी और मदरसा पैराटीचर्स पर कुठाराघात बताया गया. 31 दिसंबर 2021 को मुख्यमंत्री के साथ तीन विधायकों की मौजूदगी में मौखिक रूप से कार्यरत तीनों कैंडर के नियमितीकरण की सहमति पर निर्णय लिया गया था, लेकिन समझौता होने के 10 माह बाद भी वज्रपात हो गया. 


साथ ही वर्तमान में कार्यरत राजीव गांधी पैराटीचर शिक्षाकर्मी और मदरसा पैराटीचर्स को नियमित नहीं किया गया, बल्कि 20 से 30 वर्ष के अनुभव को भी शून्य कर दिया गया है और नियमों में आगे 5 वर्ष बाद सर्विस करने पर नियमित करने का दिलासा दिया जा रहा है. सरकार को संगठन की ओर से चेतावनी दी गई है कि तुरंत प्रभाव से संविदा नियमों में संशोधन किया जाए और पैराटीचर शिक्षाकर्मी का अनुभव लाभ देते हुए नियमित पदों पर स्थाई किया जाए वरना आंदोलन किया जाएगा.


Reporter: Tribhuvan Ranga


जयपुर की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.


यह भी पढ़ेंः 


जयपुर में अब फूड सर्विस से लेकर रिसेप्शनिस्ट तक Robots कर रहे लोगों की सेवा, जानें..


Weather Update: बाड़मेर में बदला मौसम का मिजाज, घने कोहरे के साथ ठंड का अहसास, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट


दिवाली के बाद राजस्थान का हाल हुआ बेहाल, पटाखों से बिगड़ा मौसम, इन जिलों में है ज्यादा खतरा