बूंदी जिला कलेक्टर की संवेदनशीलता के कायल हुए परिवादी, ऐसे जताया आभार
बूंदी जिले से परिवेदनाएं लेकर मंगलवार को जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी गांव वालों से मिलने पंहुचे. जिले के आमजन को जब जिला कलेक्टर ने अपने कक्ष में बुलाकर बैठा लिया और बारी-बारी से सबके पास पंहुचकर उनकी पीड़ा जानी.
Bundi: बूंदी जिले से परिवेदनाएं लेकर मंगलवार को जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी गांव वालों से मिलने पंहुचे. जिले के आमजन को जब जिला कलेक्टर ने अपने कक्ष में बुलाकर बैठा लिया और बारी-बारी से सबके पास पंहुचकर उनकी पीड़ा जानी, तो जिला कलेक्टर की इस सवेंदनशीलता के परिवादी भी कायल हो गए और इसके लिए उनका आभार भी जताने लगे.
जिला कलेक्टर को जब महिला पुरुषों की जानकारी लगी तो उन्होंने सभी को अपने कक्ष बुलाकर बैठाया और जनसुनवाई शुरू कर दी. कलेक्टर कक्ष में हुई इस जनसुनवाई में जिला कलेक्टर स्वंय कुर्सियों पर बैठे परिवादियो के पास पहुंचे और इनकी समस्या को बारी-बारी से सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को निस्तारण कर उन्हें सूचित करने के निर्देश भी दिए.
आमजन की सुनवाई पहली प्राथमिकता
आमजन की समस्याओं की सुनवाई सरकार की मंशानुरूप पहली प्राथमिकता है. आमजन को अपनी समस्या बताने के लिए इंतजार नहीं करना पड़े, ऐसे हम सब के प्रयास होने चाहिए. जिला कलेक्टर रविन्द्र गोस्वामी को पहली बार जिले की कमान मिली है, वह हर अंतिम छोर गांव ढाणी के व्यक्ति को खुशहाल देखना चाहते है. साथ ही उन्होंने साम्प्रदायिक सौहार्द के चलते पहले सभी धर्मों के लोगों के दिल मिलवाएं और उसके बाद शहर में गली बाजारों में घूमकर समस्याओं को देखा अब आमजन को शांति और प्रेम से उनके समाधान में जुटे है.
पूर्व कलेक्टर बिस्सा ने कलेक्ट्रेट में स्थित नॉलेज पार्क में एक झोपड़ी बनाकर प्रतिदिन उसमें बेठने का रिकार्ड बनाया. वहां सभी आगन्तुकों की समस्याओं को सुन अधिकारियों से समाधान करवाएं और उनकी समय की पाबन्दी को देखकर अधिकारियों में सतर्कता आ गई थी. तत्कालीन कलेक्टर बिस्सा की झोपड़ी पर कलेक्टर बिस्सा की चर्चा हर जुबान पर होती है
Reporter: Sandeep Vyas
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