राज्य मंत्री अशोक चांदना के गृहनगर में किसान परेशान, खाद की किल्लत से रहे जूझ
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राज्य मंत्री अशोक चांदना के गृहनगर में किसान परेशान, खाद की किल्लत से रहे जूझ

बूंदी जिले में किसानों को हो रही खाद की किल्लत को देखते हुए सरकार अब एक्शन मोड पर है. इस किल्लत से किसानों को भारी परेशानी के साथ जहां खाद उपलब्ध नहीं हो रही है, उस पर राज्य सरकार ने भी कड़ा एक्शन लिया है.

राज्य मंत्री अशोक चांदना के गृहनगर में किसान परेशान, खाद की किल्लत से रहे जूझ

Hindoli, Bundi News: बूंदी जिले में किसानों को हो रही खाद की किल्लत को देखते हुए सरकार अब एक्शन मोड पर है. इस किल्लत से किसानों को भारी परेशानी के साथ जहां खाद उपलब्ध नहीं हो रही है उस पर राज्य सरकार ने भी कड़ा एक्शन लिया है. जिला कृषि अधिकारी सहित एक अन्य सहायक अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है इसके अलावा कलेक्टर एडीएम ने नैनवा सहित गांव में पहुंचकर खाद की व्यवस्थाओं को देखा और काश्तकारों से बातचीत की. 

 बूंदी जिले में पिछले 1 महीने से खाद की किल्लत लगातार चल रही है जिसे देखते हुए सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए अधिकारियों को नियुक्त किया है. अब अधिकारियों की निगरानी में ही खाद का वितरण किया जा रहा है. राज्य मंत्री अशोक चांदना के इलाके में जब खाद की किल्लत से परेशान काश्तकारों का मामला विपक्ष ने आड़े हाथों लिया तो जिला प्रशासन भी हरकत में आया हालांकि पूर्व में ही राज्य मंत्री अशोक चांदना ने सभी अधिकारियों को इस बारे में सख्त निर्देश दिए थे और न मानने वालों पर कार्रवाई करने के लिए भी कहा था. लेकिन लगातार मीडिया में खबरें आने और किसानों के परेशान होने की बात सामने आने पर बीती रात जिला कृषि अधिकारी रमेश जैन और नेंनवां के सहायक कृषि अधिकारी पप्पूलाल मीणा को सस्पेंड कर दिया गया.

वहीं कलेक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी एडीएम मुकेश चौधरी शनिवार को सवेरे ही नैनवा क्षेत्र के दौरे पर रहे उन्होंने काछोला सिसोला नैनवा के खाद केंद्रों को देखा और वहां व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए इस दौरान पुलिस बल को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी किसान को न तो परेशान किया जाए न ही उसके साथ बदसलूकी की जाए . साथ ही बारी-बारी से खाद का वितरण किया जाए.

जानकारी के अनुसार नैनवा क्षेत्र सहित पूरे जिले में ही खाद की किल्लत बरकरार है जिसके लिए केंद्र सरकार की ओर से समय पर खाद नहीं आना बताया जा रहा है लेकिन अधिकारियों की लापरवाही इस बात से सामने आई कि उन्होंने इसके स्टॉक का खत्म होने पर नहीं बताया और ना ही उच्च अधिकारियों को जानकारी दी जिसके चलते जिले में खाद की किल्लत बरकरार है.

Reporter: Sandeep Vyas

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