Chittorgarh: अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) ने अपनी ज्वलंत एवं लम्बित मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को 15 सूत्रीय मांग पत्र सौंप कर निराकरण की मांग की.


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जानकारी देते हुए कार्यकर्ता किशनलाल शर्मा ने बताया कि जिलाध्यक्ष रामलाल भट्ट के नेतृत्व में दिये ज्ञापन मे बताया कि सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने तक भी नियमितिकरण की बाट जो रहे अतिशोषित संविदा, निविदा, मानदेय भोगी को राहत नहीं मिलने के चलते कर्मचारियों में रोष की स्थिति को देखते हुए महासंघ ने ज्ञापन सौंप कर शीघ्र निराकरण की मांग की.


ज्ञापन में ठेका पद्धति समाप्त कर नियमितकरण किये जाने, वेतन एवं भत्तों की विसंगति दूर करने, राज्य कर्मचारियों को एसीपी परिलाभ आएएस के समान दिये जावे, पेंशन परिलाभ, ग्रामीण सेवाओं को प्रोत्साहन, सीधी भर्ती में परिवीक्षा काल समाप्त करने, समयबद्ध पदोन्नति करने, स्थानान्तरण नीति बनाने, जलदाय विभाग में स्टोर मुंशी का कार्य कर रहे अनुभवी तकनीकी कर्मचारी को पूर्व की भांति स्टोर मुंशी बनाने, अन्य विभागों के कार्मिकों को गैर विभागीय कार्यों से मुक्त किये जाने, रियायती दर पर आवासीय भूखण्ड उपलब्ध कराने, पेंशन कार्यालयों का जिला स्तरीय विकेन्द्रीकरण किये जाने एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड का गठन किये जाने की मांग की.


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इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रामलाल भट्ट, किशन शर्मा, केशवचन्द्र आगाल, नारायण सिंह, कन्हैयालाल सुखवाल, नरेन्द्र गोवली, गोपाल पाराशर, रतनलाल धाकड़ सहित शिक्षा विभाग, नर्सिंग एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे.


Reporter-Deepak Vyas