Sardarshahar: पागल कुत्ते के हमले से 65 वर्षीय बुजुर्ग और 3 बच्चे हुए घायल, इलाज जारी
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Sardarshahar: पागल कुत्ते के हमले से 65 वर्षीय बुजुर्ग और 3 बच्चे हुए घायल, इलाज जारी

डॉक्टर चंदन मोटसरा ने बातया कि कुत्ता, बंदर, सुअर, चमगादड़ आदि के काटने से जो लार व्यक्ति के खून में मिल जाती है, उससे रेबीज नामक बीमारी होने का खतरा रहता है. 

Sardarshahar: पागल कुत्ते के हमले से 65 वर्षीय बुजुर्ग और 3 बच्चे हुए घायल, इलाज जारी

Sardarshahar: सरदारशहर नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड 23-24 में रविवार को एक पागल कुत्ते का आतंक देखने को मिला. पागल कुत्ते ने एक के बाद एक 3 छोटे बच्चों सहित एक 65 वर्षीय बुजुर्ग को घायल कर दिया. जानकारी के अनुसार वार्ड 23 में कृपालदास जी के मंदिर के पीछे 1 पागल कुत्ते ने वहां खेल रहे 10 वर्षीय सूर्यप्रकाश व 6 वर्षीय ऐश्वर्या को काट लिया. जिसके बाद घायल बच्चों को परिजन राजकीय अस्पताल लेकर पहुंचे.

वहीं कुछ समय बाद ही वार्ड 24 में उपखंड कार्यालय के पास 9 वर्षीय ऐश्वर्या को उसी कुत्ते ने काट लिया, इसके अलावा 65 वर्षीय तोलूराम लुहार को भी कुत्ते ने अपना शिकार बना लिया. सभी जख्मी बच्चों को व बुजुर्ग को सरदारशहर के राजकीय अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टर चंदन मोटसरा ने घायलों का इलाज किया. सभी घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है. डॉक्टर मोटसरा ने बताया कि वार्ड 24 निवासी 65 वर्षीय तोलूराम पुत्र गोविंद लुहार, वार्ड 24 की 6 वर्षीय ऐश्वर्या पुत्रि मुकेश मीणा, वार्ड 23 निवासी 9 वर्षीय ऋषिका पुत्री महावीर मीणा और अपने ननिहाल आया हुआ 10 वर्षीय सूर्य प्रकाश को वार्ड 23 व 24 में कुत्ते ने काट लिया.

जिन का इलाज किया जा रहा है. वहीं छुट्टियों में अपने ननिहाल आए सूर्य प्रकाश ने बताया कि मैं अपने घर के बाहर खेल रहा था इसी दौरान एक पागल कुत्ता आया और उसने मुझे काट दिया. वहीं सूर्य प्रकाश को लहूलुहान अवस्था में उसके परिजन राजकीय अस्पताल लेकर पहुंचे. वही पागल कुत्ते की सूचना के बाद वार्ड 23 व 24 के लोगों में दहशत बनी हुई है.

डॉक्टर चंदन मोटसरा ने बातया कि कुत्ता, बंदर, सुअर, चमगादड़ आदि के काटने से जो लार व्यक्ति के खून में मिल जाती है, उससे रेबीज नामक बीमारी होने का खतरा रहता है. रेबीज रोग सीधे रोगी के मानसिक संतुलन को खराब कर देता है. रेबीज में पांच से छह दिन में मौत हो जाती है. उन्होंने कहा कि जैसे ही कुत्ता या बंदर काटे तो तुरंत घाव को चलते पानी में धोना चाहिए.

कुत्ते काटने के प्रभावित स्थान को तेज धार के पानी से कई बार धोएं, इसके बाद प्रभावित स्थान पर लाल मिर्च लगाएं, कुत्ता काटने वाले स्थान पर अखरोट, प्याज का रस और गिरी को बराबर मात्रा में मिक्स कर के लगाएं, जब भी कुत्ता काटे पहला कदम काटी हुई जगह को पानी एवं साबुन से लगातार 10 मिनट तक बहते पानी से धोना चाहिए, फिर चिकित्सक से मिलना चाहिए. कभी भी घाव को बांधना या स्टिच नहीं करना चाहिए. बांधने से वायरस भीतर रक्त वाहिनी में जाने की संभावना बढ़ जाती है.

Reporter- Gopal Kanwar

 

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